राजाध्यक्ष ने निजी कारणों से 16वें वित्त आयोग की सदस्यता पर असमर्थता जताई

नयी दिल्ली, सोलहवें वित्त आयोग का सदस्य बनाए गए ‘अर्थ ग्लोबल’ के कार्यकारी निदेशक निरंजन राजाध्यक्ष ने निजी कारणों से इसके लिए असमर्थता जताई है। मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी।

सरकार ने 31 जनवरी को 16वें वित्त आयोग के गठन की अधिसूचना जारी करते हुए अरविंद पनगढ़िया की अध्यक्षता में आयोग के चार सदस्यों की नियुक्ति की थी।  इसमें राजाध्यक्ष के अलावा पूर्व व्यय सचिव अजय नारायण झा और सेवानिवृत्त नौकरशाह एनी जॉर्ज मैथ्यू को आयोग के पूर्णकालिक सदस्य नियुक्त किया गया था। वहीं एसबीआई समूह के मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्य कांति घोष को अंशकालिक सदस्य नामित किया गया।

मंत्रालय ने राजाध्यक्ष के संदर्भ में जारी बयान में कहा, ‘‘राजाध्यक्ष ने अप्रत्याशित व्यक्तिगत परिस्थितियों की वजह से यह जिम्मेदारी संभालने में असमर्थता जताई है। उनके स्थान पर 16वें वित्त आयोग के सदस्य की नियुक्ति के लिए कदम उठाया जाएगा।’’

अधिकारियों ने बताया कि राजाध्यक्ष 14 फरवरी को हुई आयोग की पहली बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे। सरकार ने 31 दिसंबर, 2023 को पनगढ़िया की अध्यक्षता में 16वें वित्त आयोग का गठन किया था। यह आयोग 31 अक्टूबर, 2025 तक अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति को सौंपेगा। यह रिपोर्ट एक अप्रैल, 2026 से शुरू होने वाले पांच वर्षों के लिए मान्य होगी। संवैधानिक निकाय वित्त आयोग केंद्र और राज्यों के बीच कर हस्तांतरण और राजस्व वृद्धि के उपायों का सुझाव देता है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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