लद्दाख ने पूर्ण कार्यात्मक साक्षरता हासिल की

लद्दाख के लेफ्टिनेंट गवर्नर डॉ. बी.डी. मिश्रा ने 24 जून 2024 को लद्दाख को 97% से अधिक साक्षरता हासिल करने के बाद उल्लास – नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत पूर्ण कार्यात्मक साक्षरता हासिल करने वाली प्रशासनिक इकाई घोषित किया। यह मील का पत्थर लद्दाख की आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता, और सभी के लिए महत्वपूर्ण जीवन कौशल के माध्यम से अपने नागरिकों को सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। डॉ. मिश्रा ने सिंधु सांस्कृतिक केंद्र (एसएसके), लेह में एक समारोह में यह जानकारी दी।यह घोषणा संजय कुमार, सचिव, स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार; अर्चना शर्मा अवस्थी, संयुक्त सचिव; डॉ. मोहम्मद जाफर अखून, अध्यक्ष, एलएएचडीसी, कारगिल की उपस्थिति में की गई इस अवसर पर स्कूल शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजीव खिरवार और 500 से अधिक नव साक्षर और स्वयंसेवक उपस्थित थे। समारोह में नव साक्षरों और स्वयंसेवी शिक्षकों का अभिनंदन और स्कूल विभाग की वार्षिक उपलब्धि रिपोर्ट 2023 का विमोचन भी किया गया। गणमान्य व्यक्तियों ने उल्लास मेले का दौरा किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ मिश्रा ने नए शिक्षार्थियों और स्वयंसेवकों को जीवन भर सीखने के मार्ग पर चलते रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि अपने बच्चों को स्कूल भेजना माता-पिता की जिम्मेदारी है। उन्होंने छात्रों से न केवल नौकरी की तलाश करने बल्कि नौकरी पैदा करने के बारे में भी सोचने का आह्वान किया। एनईपी 2020 पेश करने के लिए प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि यह नीति देश के भविष्य के विकास का मार्ग प्रशस्त करती है। दर्शकों को संबोधित करते हुए संजय कुमार ने लद्दाख के लोगों को इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर बधाई दी और आश्वासन दिया कि शिक्षा मंत्रालय लद्दाख की स्कूली शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए हर संभव समर्थन देगा। जैसा कि नाम से पता चलता है, यह नए शिक्षार्थियों के लिए अपार खुशी ला सकता है । उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि पूरा उल्लास मॉडल स्वयंसेवा पर आधारित है जिसमें स्वयंसेवक बिना किसी इनाम की उम्मीद के उल्लास मोबाइल ऐप के माध्यम से पंजीकरण करते हैं और केवल गैर-साक्षरों को पढ़ाते हैं, जो इस कार्यक्रम की असली खूबसूरती है। उन्होंने दृढ़ता की प्रेरक कहानियों का भी उल्लेख किया, जैसे बर्फीली परिस्थितियों में परीक्षा देना, साक्षरता के लिए लद्दाख के जुनून को रेखांकित करता है। श्री संजय कुमार ने कहा कि यह उपलब्धि लद्दाख में स्थायी सकारात्मक बदलाव और अंतहीन अवसरों के लिए मंच तैयार करती है। उल्लास – नव भारत साक्षरता कार्यक्रम या न्यू इंडिया लिटरेसी प्रोग्राम (एनआईएलपी) एक केंद्र प्रायोजित योजना है जिसे 2022-2027 तक लागू किया गया है। यह योजना राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की सिफारिशों के अनुरूप है और इसका उद्देश्य सभी पृष्ठभूमियों से 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के उन वयस्कों को सशक्त बनाना है जो उचित स्कूली शिक्षा नहीं प्राप्त कर सके इस योजना में पाँच घटक शामिल हैं – आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता, महत्वपूर्ण जीवन कौशल, बुनियादी शिक्षा, व्यावसायिक कौशल और सतत शिक्षा। उल्लास योजना का उद्देश्य भारत को जन-जनसाक्षर बनाना है और यह कर्तव्य बोध की भावना पर आधारित है तथा इसे स्वैच्छिकता के आधार पर क्रियान्वित किया जा रहा है। इस योजना से अब तक देश भर में 77 लाख से अधिक लोगों को लाभ मिला है। उल्लास मोबाइल ऐप में 1.29 करोड़ से अधिक शिक्षार्थी और 35 लाख स्वयंसेवी शिक्षक हैं।https://x.com/PIB_India/status/1805537175427334496/photo/1

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