वैश्विक दक्षिण और उत्तर के बीच पुल है भारत: स्मृति ईरानी

दावोस, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत खुद को वैश्विक दक्षिण और वैश्विक उत्तर के बीच एक पुल के रूप में देखता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा भागीदार है जिस पर विस्तारित ब्रिक्स समूह के सभी सदस्य भरोसा कर सकते हैं।

ईरानी ने विश्व व्यापार मंच (डब्ल्यूईएफ) की यहां चल रही सालाना बैठक में ‘ब्रिक्स का विस्तार’ विषय पर आयोजित एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत को ब्रिक्स सहित विभिन्न वैश्विक मंचों पर समावेशी विकास और डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे की ताकत के लिए एक एजेंडा तय करने पर गर्व है।

महिला एवं बाल विकास के साथ अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री ईरानी ने कहा कि भारत ब्रिक्स को एक-दूसरे से सीखने और एक-दूसरे की मदद करने के मंच के रूप में भी देखता है।

ईरानी ने कहा, ‘‘हम खुद को वैश्विक उत्तर और वैश्विक दक्षिण के बीच एक पुल के रूप में देखते हैं।’’

ब्रिक्स समूह में पहले ब्राजील, रूस, भारत, चीन एवं दक्षिण अफ्रीका सदस्य थे। लेकिन पिछले साल इसमें सऊदी अरब, ईरान, इथियोपिया, मिस्र, अर्जेंटीना और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को भी शामिल करने पर सहमति बनी थी।

इस परिचर्चा में दक्षिण अफ्रीका और यूएई के मंत्री भी शामिल हुए। उनका कहना था कि ब्रिक्स आर्थिक सहयोग का एक मंच है और कोई भी एक सदस्य इस समूह पर हावी नहीं है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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