शुभेंदु अधिकारी ने प्रधानमंत्री से बांग्लादेश में हिंदुओं पर हिंसा रोकने के लिए हस्तक्षेप की मांग की

कोलकाता, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं के मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है।

अधिकारी पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से राजनयिक माध्यमों से एक संदेश भेजने का आग्रह किया है कि सांप्रदायिक हिंसा की ऐसी घटनाएं ‘‘अस्वीकार्य’’ हैं।

उन्होंने पत्र में लिखा है, ‘‘मैं समझता हूं कि आप इस तथ्य से अवगत हैं कि बांग्लादेश में एक बार फिर हिंदू धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय को लक्षित कर सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं हुई हैं। दक्षिण-पश्चिम बांग्लादेश में नरैल के लोहागरा उपजिला के दिघलिया बाजार इलाके में हिंदू समुदाय के मंदिरों, दुकानों और कई घरों में तोड़फोड़ की गई है।’’

अधिकारी ने कहा कि पड़ोसी देश में इस तरह की घटनाएं बार-बार होती हैं क्योंकि ‘‘कोई स्वतंत्र जांच और उचित समय पर उचित जांच नहीं होती है, त्वरित कार्रवाई की तो बात ही छोड़ दें’’।

उन्होंने यह पत्र 15 जुलाई को नरेल के लोहागरा उपजिला में हिंदू समुदाय के एक मंदिर, दुकानों और कई घरों में तोड़फोड़ करने की पृष्ठभूमि में लिखा है, जब एक हिंदू लड़के ने फेसबुक पर कुछ आपत्तिजनक पोस्ट किया था, जिससे मुस्लिम समुदाय के लोग नाराज हो गए थे।

पिछले हफ्ते, फेसबुक पोस्ट को लेकर दक्षिण-पश्चिम बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के लोगों के घरों और मंदिरों पर हुए हमले में शामिल होने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

अधिकारी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को भी ऐसा ही एक पत्र लिखा है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे हाथ जोड़कर आग्रह करता हूं कि कृपया गंभीर स्थिति में हस्तक्षेप करें और बांग्लादेश के हिंदुओं को बचाने की कोशिश करें। आपके पास जो भी राजनयिक और अन्य साधन हैं, कृपया इनका उपयोग यह संदेश देने के लिए करें कि सांप्रदायिक हिंसा की ये घटनाएं अब अस्वीकार्य हैं। बांग्लादेश के हिंदू इस जरूरत के समय में आपका इंतजार कर रहे हैं।’’

मुस्लिम बहुल बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़ रहे हैं। इनमें से कई हमले सोशल मीडिया पर अफवाह फैलने या फर्जी पोस्ट डाले जाने के बाद हुए।

पिछले साल दुर्गा पूजा समारोह के दौरान अज्ञात मुस्लिम कट्टरपंथियों ने पड़ोसी देश के कुछ हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की थी। दंगों में चार लोगों की मौत होने और कई अन्य के घायल होने के बाद सरकार को 22 जिलों में अर्द्धसैनिक बल तैनात करना पड़ा था।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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