संविधान कायम रखने की बात राष्ट्र-विरोधी कैसे: कांग्रेस

नयी दिल्ली, कांग्रेस ने राहुल गांधी को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान पर पलटवार करते हुए बुधवार को कहा कि संविधान को कायम रखने की बात करना राष्ट्र-विरोधी कैसे है। पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने यह सवाल भी किया कि जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विदेश जाकर भारत और भारतीय नागरिकों के खिलाफ भयावह टिप्पणियां करते हैं तो क्या वह राष्ट्र-विरोधी नहीं हैं भारत संबंधी विवादास्पद रुख के लिए चर्चित डेमोक्रेट इल्हान उमर से गांधी की मुलाकात को लेकर उनकी आलोचना किये जाने पर कांग्रेस ने कहा कि भाजपा (केंद्र) सरकार में है इसलिए वह अमेरिकी राजदूत को तलब करे और अगर उसे ऐसा कुछ लगता है तो कार्रवाई करे। खेड़ा ने ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा ‘‘उनसे (शाह से) कार्रवाई करने के लिए कहें (फिर) हम प्रधानमंत्री और गृहमंत्री दोनों को बेनकाब कर देंगे। प्रधानमंत्री विदेश जाकर भारत और भारतीय नागरिकों के खिलाफ भयावह टिप्पणियां करते हैं तो क्या वह राष्ट्र-विरोधी नहीं हैं ’’ उन्होंने सवाल किया ‘‘हम भारत के संविधान को कायम रखने की बात कर रहे हैं तो यह राष्ट्र-विरोधी कैसे है ऐसा क्यों है कि जब भी हम संविधान को कायम रखने की बात करते हैं तो भाजपा को दिक्कत होती है वे संविधान के इतने ख़िलाफ़ क्यों हैं ’’ शाह ने बुधवार को कांग्रेस और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर देश-विरोधी बातें करने तथा देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़े होने का आरोप लगाया और कहा कि उन्होंने देश की सुरक्षा को हमेशा खतरे में डाला है। केंद्र की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता ने आरक्षण संबंधी टिप्पणी के लिए भी गांधी पर निशाना साधा और कहा कि जब तक उनकी पार्टी है आरक्षण को कोई छू भी नहीं सकता और देश की एकता के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता। राहुल गांधी अमेरिका की चार-दिवसीय यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी और वर्जीनिया के उपनगर हर्नडॉन सहित कई अन्य स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों को संबोधित किया और भारत में लोकतंत्र तथा चुनाव सहित कई मुद्दों पर अपना पक्ष रखा।क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडियाफोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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