सक्रिय राजनीति से मेरे संन्यास का सवाल ही नहीं उठता: मायावती

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा है कि सक्रिय राजनीति से उनके संन्यास लेने का सवाल ही नहीं उठता। मायावती ने एक्स पर पोस्ट किया: “बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर और आदरणीय श्री कांशीराम जी की तरह बहुजनों के अंबेडकरवादी कारवां को कमजोर करने की विरोधियों की साजिशों को नाकाम करने के लिए, बसपा के स्वाभिमान और आत्मसम्मान आंदोलन के लिए अपनी आखिरी सांस तक समर्पित रहने का मेरा फैसला अटल है। यानी सक्रिय राजनीति से मेरे संन्यास लेने का सवाल ही नहीं उठता। जब से पार्टी ने मेरी अनुपस्थिति या गंभीर अस्वस्थता में श्री आकाश आनंद को बसपा के उत्तराधिकारी के रूप में आगे बढ़ाया है, तब से जातिवादी मीडिया ऐसी झूठी खबरें प्रचारित कर रहा है जिससे लोगों को सावधान रहना चाहिए।” मायावती ने कहा कि हालांकि पहले भी उन्हें अध्यक्ष बनाए जाने की अफवाह फैलाई गई थी। मायावती ने कहा, “जबकि आदरणीय श्री कांशीराम जी ने इसी तरह का प्रस्ताव यह कहते हुए ठुकरा दिया था कि राष्ट्रपति बनने का मतलब सक्रिय राजनीति से संन्यास लेना है जो पार्टी के हित में उन्हें स्वीकार्य नहीं है, तो फिर उनके शिष्य के लिए इसे स्वीकार करना कैसे संभव था?” https://en.wikipedia.org/wiki/Mayawati#/media/File:Mayawati_in_2016.jpg

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