सीख देने वाले मौके हैं जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव : अभिषेक बच्चन

मुंबई, अभिनेता अभिषेक बच्चन का कहना है कि असफलताओं से सार्वजनिक तौर पर निपटना चुनौतीपूर्ण है, लेकिन एक कलाकार के नाते उन्होंने जीवन में आने वाले उतार चढ़ाव को ‘सीख देने वाले मौकों’ के रूप में लेना सीख लिया है।

बच्चन ने वर्ष 2000 में जे पी दत्ता की फिल्म “रिफ्यूजी” से अपने करियर की शुरुआत की थी और हाल ही में उन्होंने हिंदी फिल्म उद्योग में 20 साल पूरे किये।

इन वर्षों में बच्चन की कई फिल्मे हिट हुईं तो कई बुरी तरह फ्लॉप रहीं।

उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, “सभी को सफलता पसंद है लेकिन जब आपका सबसे बुरा समय सबके सामने आता है तब इससे निपटना चुनौतीपूर्ण होता है। आपको आगे बढ़ना होता है… लेकिन यह दोनों ही चीजें समान रूप से कठिन होती हैं।”

बच्चन (44) ने कहा, “स्वयं को दूसरों से अधिक महत्वपूर्ण समझे जाने का खतरा मोल लेते हुए, मैं दोनों स्थितियों में रहा हूं। मैंने बड़ी कामयाबी देखी है और ऐसी फिल्में भी देखी हैं जिन्होंने अच्छा नहीं किया। मुझे प्यार और प्रशंसा मिली है तो तिरस्कार भी झेला है। आपको दोनों ही परिस्थितियों में समान रूप से व्यवहार करना होता है। आपको इन्हें सीखने के मौके के रूप में देखना होता है।”

अभिनेता ने कहा कि लोगों द्वारा सफलता और असफलता को लेकर दिए गए ध्यान पर वह हमेशा ‘सामान्य’ रहे हैं।

उन्होंने कहा, “मैं यहां स्टार बनने नहीं आया हूं, मैं यहां एक अच्छा अभिनेता बनने आया हूं। यह मेरी प्राथमिकता और लक्ष्य है। मैं ऐसी फिल्में बनाना चाहता हूं जिसे मेरे दर्शक पसंद करें।”

इस साल बच्चन ने अमेजन प्राइम पर “ब्रीद: इनटू द शैडोज” सीरीज के साथ डिजिटल माध्यम पर आगाज किया। उनकी फिल्म “लूडो” नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई।

उनकी अगली फिल्म अपराध थ्रिलर “बॉब बिस्वास” है।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया

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