हिप्र बारिश: 50 से अधिक फंसे हुए लोगों को बचाया गया, बद्दी-पिंजौर को जोड़ने वाला पुल गिरा

शिमला, हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में बादल फटने के बाद 50 से अधिक फंसे हुए लोगों को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने बचा लिया। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। शेहनु गोउनी गांव में बृहस्पतिवार को बादल फटने की घटना हुई थी जिससे कई जगहों पर भूस्खलन से सड़कें अवरुद्ध हो गईं।

            अधिकारियों ने बताया कि एनडीआरएफ का एक दल 15 किलोमीटर पैदल चलकर फंसे हुए लोगों को बचाने पहुंचा और 15 बच्चों समेत सभी लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।बारिश से संबंधित एक अन्य घटना में, बलाद नदी में पानी के तेज प्रवाह के कारण औद्योगिक बद्दी क्षेत्र और पिंजौर को जोड़ने वाला बद्दी स्थित मारनवाला पुल शुक्रवार को गिर पड़ा।अधिकारियों ने बताया कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है।

            बद्दी के पुलिस अधीक्षक मोहित चावला ने पीटीआई-भाषा से कहा, ”मारनवाला पुल बह गया है और यातायात को कालका-कालूझंडा-बरोटीवाला मार्ग पर मोड़ा गया है।”

            उन्होंने कहा, ”हमने मोहाली तथा रूपनगर (पंजाब) के पुलिस अधीक्षक और पंचकूला के पुलिस उपायुक्त को सुबह साढ़े सात बजे से 10 बजकर 20 मिनट और शाम साढ़े चार बजे से रात्रि में साढ़े सात बजे तक व्यस्त घंटों के दौरान सिसवन के रास्ते चंडीगढ़ से बद्दी और मारनवाला से सिसवन तक भारी वाहनों का प्रवेश बंद करने के लिए पत्र लिखा है। बद्दी में भारी बारिश से पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं और यातायात को अन्य मार्गों से संचालित किया जा रहा है।”राज्य में भारी बारिश के कारण 709 सड़कें बंद हैं।

            हिमाचल प्रदेश में 24 जून से हुई मानसून की शुरुआत से 24 अगस्त तक बारिश से संबंधित घटनाओं में 242 लोगों की जान चली गई है। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को अकेले 2,829 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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