12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में 10, 11 के अंकों को दें महत्व : सिसोदिया

नयी दिल्ली, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर सुझाव दिया कि 12वीं कक्षा के छात्रों के परीक्षा परिणाम 10वीं और 11वीं कक्षाओं के अलावा प्री-बोर्ड परीक्षा में प्राप्त अंकों को ध्यान में रखते हुए तैयार किए जाने चाहिए। 12वीं कक्षा के छात्रों की परीक्षाएं कोविड-19 महामारी के कारण रद्द कर दी गयी हैं।

केंद्र ने देश भर में कोविड महामारी के कारण एक जून को सीबीएसई की 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द कर दिया था। उसके बाद इसके बाद सीबीएसई ने छात्रों के मूल्यांकन के लिए पूरी तरह से पारदर्शी वैकल्पिक मानदंड तय करने के लिए एक समिति का गठन किया था।

सिसोदिया ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल “निशंक” को लिखे पत्र में कहा, ‘‘ अधिकतर ‘थ्योरी’ विषयों में 70 अंकों की परीक्षा होती है, इसलिए परिणाम की गणना इस प्रकार की जा सकती है – प्री-बोर्ड परीक्षा के लिए 30 अंक और कक्षा 11 और 10वीं की परीक्षा के लिए 20-20 अंक। शेष 30 अंक प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए हो सकते हैं।’’

सिसोदिया ने इस बारे में भी योजना तैयार करने के अपने सुझाव को दोहराया कि अगले साल छात्रों का मूल्यांकन कैसे किया जाएगा क्योंकि कोविड के कारण एक और शैक्षणिक सत्र कोविड से प्रभावित हो सकता है। सिसोदिया दिल्ली के शिक्षा मंत्री भी हैं।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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