2022 में असम में शिक्षित बेरोजगार युवाओं की संख्या 7 गुना बढ़ी : आर्थिक सर्वेक्षण

गुवाहटी, असम के नए आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार 2022 में लगभग 10 लाख शिक्षित युवाओं ने राज्य के रोजगार कार्यालयों में पंजीकरण कराया जबकि पिछले वर्ष यह संख्या केवल 1.4 लाख थी।

असम के आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 में कहा गया है कि नौकरी चाहने वाले शिक्षित लोगों की संख्या काफी अधिक है और नए पंजीकरण में केवल एक ही वर्ष में सात गुना से अधिक की वृद्धि हुई है।

इसमें कहा गया है, ”रोजगार कार्यालयों में दर्ज रिकॉर्ड से पता चलता है कि नौकरी चाहने वाले पंजीकृत शिक्षित लोगों की संख्या 2022 में 9,83,093 थी जो 2021 के दौरान 1,37,865 थी।” असम विधानसभा के बजट सत्र के दौरान पेश रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया गया कि 2021 की तुलना में 2022 में नौकरी चाहने वालों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि रोजगार कार्यालयों में पंजीकरण के अनुसार 2021 में नौकरी चाहने वाले शिक्षित लोगों की कुल संख्या 18,05,441 थी, जबकि 2020 के दौरान यह संख्या 17,46,671 थी। 

असम में साल 2022-23 के दौरान 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के बीच बेरोजगारी दर 1.7 प्रतिशत थी, जबकि पूरे देश में यह दर 3.2 प्रतिशत थी। यह आंकड़ा उन बेरोजगारों का है जो काम करने के लिए उपलब्ध थे, लेकिन उन्हें काम नहीं मिल सका।

सर्वे में कहा गया, ”असम में साल 2022-23 के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 1.5 प्रतिशत थी, जबकि शहरी क्षेत्रों में यह 6.1 प्रतिशत थी। अखिल भारतीय स्तर पर इसी अवधि के दौरान बेरोजगारी दर ग्रामीण क्षेत्रों में 2.4 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 5.4 प्रतिशत रही।” इसमें कहा गया है कि असम में बेरोजगारी की समस्या को दूर करने के लिए राज्य सरकार ने कुछ सकारात्मक कदम उठाए हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि विभिन्न सरकारी विभागों में 1,00,000 बेरोजगार युवाओं को नौकरियां दिए जाने की प्रक्रिया जारी है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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