देहरादून उत्तराखंड वन विभाग ने नैनीताल जिले में स्थित दो इको-टूरिज्म स्थलों ‘टिफिन टॉप’ और ‘चाइना पीक’ में प्रवेश के लिए प्रति व्यक्ति 50 रुपये का शुल्क लगा दिया है जिस पर प्रकृतिप्रेमियों ने ऐतराज जताया है । नैनीताल के रहने वाले और उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव इंदु पांडे ने सोशल मीडिया पर लिखा कि विभाग का यह फैसला ‘इकोटूरिज्म’ के लिए प्रतिकूल है और उन जैसे पुराने जमाने के लोगों और प्रकृति प्रेमियों के लिए खीझ पैदा करने वाला है।
उन्होंने कहा कि तीन प्रवेश द्वारों पर तीन कर्मचारी टिकट बेच रहे हैं।
पांडे ने दावा किया कि यह एक ऐसी वसूली है जो प्रकृति प्रेमियों को इन प्राचीन स्थलों में घूमने के लिए हतोत्साहित करेगी। पांडे ने इस बारे में पूछे जाने पर बताया कि वह जब भी नैनीताल में होते हैं इन स्थानों की ट्रैकिंग पर जाते हैं । उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर वह राज्य सरकार के अधिकारियों से बात करेंगे ।
पूर्व मुख्य सचिव ने कहा कि इन स्थानों पर वैसे ही बहुत सीमित लोग जाते हैं । उन्होंने कहा कि ‘चाइना पीक’ के लिए ट्रेक इतना मुश्किल है कि हर कोई वहां जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाता ।
संपर्क किए जाने पर नैनीताल के वन प्रभागीय अधिकारी चंद्रशेखर जोशी ने कहा कि विभाग ने इन स्थलों पर ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए वहां आने वालों पर प्रवेश शुल्क लगाया है ।
उन्होंने कहा “हम इन स्थानों से कूड़ा और प्लास्टिक इकट्ठा कर रहे हैं । लोगों की शिकायत है कि इन क्षेत्रों में बहुत सारा कूड़ा और प्लास्टिक है । इन जगहों के बेहतर प्रबंधन के लिए हमने टिकट लगाया है ।”
क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common