अर्थव्यवस्था में सुधार उम्मीद से तेज, रफ्तार कायम रखने की जरूरत : सान्याल

कोलकाता, भारतीय अर्थव्यवस्था उम्मीद से अधिक तेजी से उबर रही है और सरकार कृत्रिम तरीके से उपभोक्ता मांग बढ़ाने के बजाय बुनियादी ढांचे के निर्माण पर खर्च करेगी। वित्त मंत्रालय में प्रमुख आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल ने मंगलवार को यह बात कही।

भारत चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित एक वेबिनार को संबोधित करते हुए सान्याल ने कहा कि देश को वृद्धि की रफ्तार को कायम रखने की जरूरत है। यह रोजगार सृजन तथा गरीबी उन्मूलन का एकमात्र रास्ता है।

उन्होंने कहा, ‘‘हम उम्मीद से अधिक बेहतर तरीके से उबर रहे हैं। हमें अगले दो साल तक इस रफ्तार को कायम रखने की जरूरत है। सरकार कृत्रिम उपभोक्ता मांग पैदा करने के बजाय बुनियादी ढांचे के निर्माण पर पूंजीगत व्यय करेगी।’’

सान्याल ने कहा कि यदि हम गरीबी कम करना चाहते हैं, तो वृद्धि जारी रहनी चाहिए। अन्यथा हम फिर गरीबी का पुन:वितरण कर देंगे जैसा कि पश्चिम बंगाल में हुआ, जहां से मैं आता हूं।

लगातार दो तिमाहियों में बड़ी गिरावट के बाद चालू वित्त वर्ष की तीसरी अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था 0.4 प्रतिशत बढ़ी है।

प्रसिद्ध अर्थशास्त्री ने कहा कि सरकार को सार्वजनिक क्षेत्र की कुछ इकाइयों के निजीकरण का ‘खेद’ नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें कुछ क्षेत्रों में निजीकरण का खेद नहीं है। जहां जरूरी होगा सार्वजनिक उपक्रम रहेंगे, लेकिन ऐसे क्षेत्रों में ये नहीं होंगे जहां निजी क्षेत्र अच्छा काम कर सकता है।’’

सान्याल ने कहा, ‘‘हम नियमनों को कम करेंगे। लेकिन जिन क्षेत्रों को जरूरत होगी, उन्हें उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के जरिये समर्थन देंगे।’’

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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