अल्पसंख्यक समुदाय के नाते मिले मुस्लिमों को राजनीतिक प्रतिनिधित्व: अठावले

मथुरा, केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि बेशक मुस्लिमों को राजनीतिक प्रतिनिधित्व दिया जाना चाहिए।

अठावले ने हालांकि साथ ही यह भी कहा कि उन्हें (मुस्लिमों को) यह प्रतिनिधित्व उन्हें धार्मिक आधार पर नहीं, अल्पसंख्यक होने के नाते दिया जाना चाहिए।

अठावले बुधवार को वृन्दावन के परिक्रमा मार्ग स्थित श्रीराधाप्रसाद धाम में आयोजित संगीत शिरोमणि स्वामी हरिदास आविर्भाव महोत्सव का उद्घाटन करने पहुंचे थे। उन्होंने कार्यक्रम के शुभारम्भ के पश्चात संवाददाताओं से बातचीत के दौरान एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के उस बयान का समर्थन किया जिसमें उन्होंने मुस्लिमों को राजनीतिक प्रतिनिधित्व देने की बात कही है। अठावले ने स्पष्ट किया कि वह राजनीतिक दलों द्वारा मुस्लिमों को प्रतिनिधित्व देने पर विचार करने के प्रस्ताव का समर्थन करते हैं लेकिन उन्हें यह प्रतिनिधित्व धर्म के आधार पर नहीं दिया जाना चाहिए, बल्कि अल्पसंख्यक समुदाय के नाते दिया जाना चाहिए।

तालिबान से जुड़े एक अन्य सवाल पर अठावले ने सरकार की नीति का बचाव करते हुए कहा, ‘‘भारत सरकार अभी पूरी परिस्थितियों पर नजर रखे हुए है। इसी के अनुरूप आगामी रणनीति तय की जाएगी।’’

महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की स्थिति पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार व आम जनता कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर नहीं आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों को मुफ्त टीका लगवाने का बड़ा ऐतिहासिक कार्य कर रहे हैं।

उन्होंने यहां भजन कुटीर में आयोजित एक अन्य कार्यक्रम में गोवंश संरक्षण में जुटे कार्यकर्ताओं को सम्मानित भी किया।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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