रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने नई दिल्ली में कैडेटों के लिए सिंगल-विंडो इंटरैक्टिव सॉफ्टवेयर एनसीसी इंटीग्रेटेड सॉफ्टवेयर लॉन्च किया। भास्कराचार्य इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस एप्लिकेशन और जियो इंफॉर्मेटिक्स के साथ साझेदारी में विकसित, सॉफ्टवेयर “एंट्री टू एग्जिट मॉडल” का पालन करता है और एनसीसी कैडेटों के लिए नामांकन से लेकर निकास पंजीकरण तक की पूरी प्रक्रिया को डिजिटल बनाता है। इसका उद्देश्य निर्बाध रूप से प्रमाणपत्र जारी करना और भविष्य के रोजगार उद्देश्यों के लिए एनसीसी कैडेटों का एक अखिल भारतीय डेटाबेस बनाना है। कार्यक्रम के दौरान, एनसीसी और भारतीय स्टेट बैंक ने एसबीआई की “पहली उड़ान” योजना के तहत सभी एनसीसी कैडेटों के लिए शून्य बैलेंस खाते खोलने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। यह कैडेटों को बैंकिंग प्रणाली से परिचित कराएगा और उन्हें प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के माध्यम से सरकारी योजना का लाभ प्राप्त करने में सक्षम बनाएगा।
रक्षा मंत्रालय ने केंद्रीय खरीद और वितरण प्रणाली के स्थान पर वर्दी भत्ते को सीधे एनसीसी कैडेटों के बैंक खातों में स्थानांतरित करके वर्दी वितरण प्रक्रिया में सुधार किया है। इन पहलों का उद्देश्य एनसीसी के भीतर डिजिटलीकरण, पहुंच और पारदर्शिता को बढ़ाना है।
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