इंदौर में महामारी के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के लिए शुरू हुई “कोविसेफ रोड”

इंदौर (मध्य प्रदेश), कोविड-19 के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के नये कदम के तहत यहां एक व्यस्त सड़क को आदर्श मार्ग के तौर पर विकसित किया गया है। इसके जरिये स्थानीय नागरिकों को महामारी से बचाव के दिशा-निर्देशों के पालन के साथ टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।

इंदौर, राज्य में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित जिला है। प्रदेश के जल संसाधन मंत्री और महामारी की रोकथाम के लिए जिले के प्रभारी तुलसीराम सिलावट ने बुधवार को एक औपचारिक कार्यक्रम में लैंटर्न चौराहा को जंजीरवाला चौराहा से जोड़ने वाली सड़क को “कोविसेफ रोड” घोषित किया।

अधिकारियों ने बताया कि करीब 800 मीटर लम्बे इस मार्ग पर कोविड-19 का एक टीकाकरण केंद्र और एक ड्राइव-इन जांच केंद्र (अपनी गाड़ी पर बैठे-बैठे महामारी की जांच के लिए नमूने देने की सुविधा) पहले ही चल रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, राह चलता हर पात्र व्यक्ति इन केंद्रों का लाभ ले सकता है।

उन्होंने बताया कि “कोविसेफ रोड” के दोनों ओर के रिहायशी और वाणिज्यिक क्षेत्रों के लोग कोविड-19 से बचाव के दिशा-निर्देश मानने की शपथ लेंगे और अपने घर के सभी पात्र सदस्यों व कर्मचारियों को महामारी रोधी टीका लगवाना भी सुनिश्चित करेंगे।

अधिकारियों ने बताया कि “कोविसेफ रोड” पर एक विशेष केंद्र बनाया गया है जहां महामारी को लेकर आम लोगों की जिज्ञासाओं का समाधान किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि इस रोड को जिला प्रशासन, पुलिस, इंदौर नगर निगम, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और अन्य संगठनों की मदद से विकसित किया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि करीब 35 लाख की आबादी वाले जिले में अब तक कोविड-19 के कुल 1.52 लाख मरीज मिले हैं। इनमें से 1,374 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

%d bloggers like this: