इंद्रेश कुमार का दावा, गत वर्षों में संघ के प्रति ईसाई समुदाय की सोच में बदलाव आया

नयी दिल्ली, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने सोमवार को दावा किया कि पिछले कुछ वर्षों में संघ के प्रति ईसाई समुदाय की सोच में बदलाव आया है क्योंकि इन्होंने महसूस किया कि संगठन से ‘नफरत’ करने से उन्हें कुछ हासिल नहीं हुआ।

कुमार ने यहां ‘ग्लोबल एंग्लिकन फ्यूचर कॉन्फ्रेंस’ और ‘एंग्लिकन बिशप काउंसिल ऑफ इंडिया’ के तत्वावधान में क्रिसमस मनाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम के इतर संवाददाताओं से कहा कि देश में आरएसएस के प्रति ईसाई समुदाय की सोच में बदलाव और राष्ट्रवाद के विचार के साथ ‘एक नया भारत जन्म ले रहा है।’

वहीं, अहमदाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में संघ के संयुक्त महासचिव मनमोहन वैद्य ने सोमवार को कहा कि संघ के लाखों स्वयंसेवकों ने कोविड-19 महामारी के दौरान संकटग्रस्त लोगों की मदद की है।

वैद्य ने आरएसएस के गुजरात मुख्यालय में संघ की ‘सेवागाथा’ वेबसाइट के गुजराती संस्करण की शुरुआत के मौके पर संबोधित करते हुए कहा कि लगभग साढ़े पांच लाख स्वयंसेवकों ने महामारी के दौरान संकटग्रस्त लोगों की मदद की, यह जानने के बावजूद कि ये संक्रमण उनके लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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