इजराइली प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार के मामले में सुनवाई के दौरान अभियोजक को निशाने पर लिया

यरुशलम, इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले की हुई सुनवाई के दौरान लोक अभियोजक पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि वे उन्हें पदच्युत करना चाहते हैं।

पूरे देश में प्रसारित टेलीविजन बयान में नेतन्याहू ने कहा कि उनके खिलाफ मामला देश के मतदाताओं की इच्छा को कमतर करने की चेतावनी है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह तख्तापलट की कोशिश जैसा लगता है।’’

नेतन्याहू ने यह बयान उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले की सुनवाई दोबारा शुरू होने और चुनाव के बाद प्रधानमंत्री पद के लिए देश के राष्ट्रपति के विभिन्न दलों के साथ चर्चा शुरू करने के तुरंत बाद दिया।

प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले की सुनवाई सोमवार को शुरू हुई और अहम गवाह ने इस बात की जानकारी दी कि कैसे अपनी छवि के प्रति आसक्त इजाराइली नेता ने प्रमुख समाचार बेसाइट को उनके परिवार की चापलूसी करने और विरोधियों की आलोचना करने को मजबूर किया।

नेतन्याहू का बयान ऐसे समय आया है जब पिछले महीने हुए संसदीय चुनाव में उनके दोबारा प्रधानमंत्री बनने की संभावनाएं क्षीण हो रही हैं और अदालत से कुछ किलोमीटर की दूरी पर ही राष्ट्रपति उच्च स्तरीय राजनीतिक वार्ता कर रहे हैं।

अपने राजनीतिक जीवन की लड़ाई लड़ रहे नेतन्याहू एक साथ कानूनी और राजनीतिक मोर्चे पर जूझ रहे हैं।

आम चुनाव की परंपरा के तहत राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन नयी सरकार बनाने के लिए प्रत्याशी तय करने से पहले विभिन्न पार्टियों से परामर्श कर रहे हैं।

अधिकतर सांसदों ने नेतन्याहू को एक और कार्यकाल देने का विरोध किया है। रिवलिन सरकार बनाने की जिम्मेदारी किसी अन्य प्रत्याशी को दे सकते हैं। संभव है कि वह सोमवार रात को ही फैसला कर लें।

इजराइली डेमोक्रेसी इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष योहानन प्लेसनर ने कहा, ‘‘परामर्श राष्ट्रपति के लिए नेतन्याहू को एक बार फिर सरकार बनाने का मौका देने को अधिक मुश्किल बना रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह स्पष्ट है कि नेतन्याहू 120 सदस्यीय नेसेट में बहुमत के करीब नहीं हैं।’’

नेतन्याहू के खिलाफ रिश्वत लेने, धोखाधड़ी करने और विश्वासघात करने के तीन मामले हैं।

नेतन्याहू के खिलाफ सोमवार को दो महीने में पहली बार सुनवाई हुई और यह सबूत पेश करने के चरण की शुरुआत है जिसमें गवाह प्रधानमंत्री के खिलाफ गवाही देंगे।

नेतन्याहू पर चल रहा पहला मामला हॉलीवुड फिल्म निर्माता आर्नन मिलचन और ऑस्ट्रेलियाई अरबपति जेम्स पैकर समेत अपने कई अमीर दोस्तों से लाखों डॉलर के तोहफे लेने से जुड़ा है। दूसरे मामले में, नेतन्याहू पर उनकी सरकार का पक्ष लेने वाले छोटे अखबार के वितरण पर रोक लगाने के बदले में इजराइल के बड़े अखबार में सकारात्मक कवरेज कराने का प्रयास करने का आरोप है।

तीसरा मामले ‘केस 4000’ में आरोप है कि नेतन्याहू ने इजराइली दूरसंचार कंपनी बेजेक के मालिक से अपनी समाचार वेबसाइट ‘वाला’ पर सकारात्मक कवरेज के बदले में उनको फायदा पहुंचाने वाले लाखों डॉलर के प्रस्ताव वाले कानून का समर्थन किया था।

वाला के पूर्व प्रधान संपादक इलान येशुआ ने अदालत को बताया कि बेजेक के मालिक ने उनपर नेतन्याहू के पक्ष में खबर छापने का दबाव बनाया था।

सोमवार को यरूशलम जिला अदालत में, नेतन्याहू अपने वकीलों के साथ नजर आए जहां मुख्य अभियोजक लियात बेन आरी ने उनके खिलाफ लगे आरोपों का उल्लेख किया।

उन्होंने कहा, “नेतन्याहू और बचाव पक्ष के बीच के संबंध चर्चा का विषय बन गए हैं। यह चर्चा लोक सेवक के फैसले को विकृत कर सकती है।”

इसके बाद नेतन्याहु येशुआ की गवाही से पहले अदालत कक्ष से बाहर आए।

अदालत कक्ष के बाहर, पुलिस बल की भारी मौजूदगी के बीच प्रधानमंत्री के कई समर्थक और विरोधी प्रदर्शन के लिए इमारत के दोनों तरफ एकत्र हो गए, जो इजराइल में गहरे मतभेदों को दर्शाता है। नेतन्याहू विरोधी प्रदर्शनकारियों ने कई महीनों तक साप्ताहिक प्रदर्शन कर उनके इस्तीफे की मांग की।

निचली अदालत में इस मामले पर फैसला आने में महीनों या वर्षों लग सकता है। उम्मीद की जा रही है कि मामले की सुनवाई सप्ताह में तीन दिन होगी। इससे नेतन्याहू पर पद छोड़ने का दबाव बढ़ने की भी उम्मीद है।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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