इजराइल के प्रधानमंत्री ने एशिया, पश्चिम एशिया को यूरोप से जोड़ने के लिए फाइबर ऑप्टिक केबल बिछाने पर जोर दिया

निकोशिया, इजराइल के प्रधानमंत्री ने एशिया और अरब प्रायद्वीप को इजराइल एवं साइप्रस के जरिये यूरोप से जोड़ने के लिए रविवार को ‘फाइबर ऑप्टिक केबल’ जैसी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के निर्माण का विचार रखा। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उन्हें ‘‘भरोसा’’ है कि इजराइल और साइप्रस के जरिये एशिया को यूरोप से जोड़ने वाला ऐसे बुनियादी ढांचा ‘‘गलियारे’’ का निर्माण संभव है। उन्होंने कहा कि अगर इजराइल क्षेत्र के अन्य देशों के साथ संबंध सामान्य कर ले, तो ऐसी परियोजनाएं संभव हो सकती हैं। 2020 में अमेरिका की मध्यस्थता वाले ‘अब्राहम समझौते’ से इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) एवं बहरीन के बीच संबंध सामान्य हुए हैं और जो बाइडन प्रशासन अब इजराइल तथा सऊदी अरब के बीच आधिकारिक रिश्ते कायम करने की कोशिशों में जुटा हुआ है। नेतन्याहू ने साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलाइड्स के साथ बातचीत के बाद कहा, ‘‘फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क संपर्क स्थापित करने का सबसे उपयुक्त तरीका है। यह सबसे आसान, सबसे सुरक्षित और सबसे किफायती जरिया है।’’ नेतन्याहू का आह्वान इजराइल और साइप्रस के आर्थिक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्राकृतिक गैस भंडार की खोज के बीच ऊर्जा क्षेत्र में बढ़ते सहयोग के तहत साइप्रस और यूनान के साथ प्रस्तावित ऊर्जा संबंधों का विस्तार है। नेतन्याहू ने दोहराया कि वह और क्रिस्टोडौलाइड्स 2,000 मेगावाट की समुद्री बिजली केबल योजना पर अमल करना चाहते हैं, जिसे ‘यूरेशिया इंटरकनेक्टर’ के रूप में जाना जाता है, जो इजराइल को साइप्रस और यूनान से जोड़ता है। इसका उद्देश्य इजराइल और साइप्रस दोनों के लिए ऊर्जा आपूर्ति के विकल्प के रूप में कार्य करना है। क्रिस्टोडौलाइड्स ने कहा कि यूक्रेन में रूस के युद्ध के बीच यूरोप की ऊर्जा आवश्यकताओं को देखते हुए साइप्रस और इजराइल गैस पाइपलाइन एवं तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) प्रसंस्करण संयंत्रों सहित अन्य परियोजनाओं के माध्यम से पूर्वी भूमध्यसागरीय बेसिन को यूरोप से जोड़ने वाले‘‘एक विश्वसनीय ऊर्जा गलियारे’’ के विकास पर विचार कर रहे हैं।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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