ई-वाणिज्य कंपनियों के खिलाफ सभी शिकायतों को प्रतिस्पर्धा अयोग के समक्ष रखें व्यापारी: गोयल

नयी दिल्ली, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को व्यापारी समुदाय से खुद को ‘तैयार करने’ और ‘न्याय’ प्राप्त करने के लिये बड़ी ऑनलाइन खुदरा कंपनियों के खिलाफ उनकी सभी शिकायतों को बेहतर ढंग से नियामक के संज्ञान में लाने को कहा। अमेजन और फ्लिकार्ट की प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) की जांच के खिलाफ अपील उच्चतम न्यायालय में खारिज होने के कुछ घंटों बाद उन्होंने यह बात कही।

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने यह भी कहा कि बड़ी कंपनियां यह सुनिश्चित करने के लिये वकीलों पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही हैं कि खुदरा कारोबारियों की शिकायतों पर कुछ भी न हो।

उच्चतम न्यायालय ने अमेजन और फ्लिपकार्ट की याचिकाओं पर सुनवाई से इनकार कर दिया। याचिकाओं में सीसीआई को प्रतिस्पर्धा कानून के कथित उल्लंघन की प्रारंभिक जांच की अनुमति देने के आदेश को चुनौती दी गयी थी।

घरेलू व्यापारियों के समर्थन में मुखर रहे गोयल ने सरकार की ओर से व्यापारी समुदाय को पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया और उनसे कानूनों के उल्लंघन को सरकार के संज्ञान में लाने को कहा।

उन्होंने व्यापारियों से खुद को तैयार करने और उनकी जो भी शिकायतें हैं, उन सभी को सीसीआई के सामने पेश करने का आग्रह किया ताकि मामले में न्याय किया जा सके।

राष्ट्रीय कारोबारी दिवस के मौके पर व्यापारियों को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने बड़ी ई-वाणिज्य कंपनियों की याचिकाओं को खारिज कर दिया। वे कंपनियां सीसीआई में आपकी शिकायतों से भाग रही हैं।

उल्लेखनीय है कि शीर्ष अदालत ने सोमवार को अमेजन और फ्लिपकार्ट की याचिकाओं पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया। न्यायालय ने कहा कि जांच को चुनौती देना, आपराधिक कानून के तहत प्राथमिकी दर्ज होने से पहले नोटिस मांगने के जैसा है। न्यायालय ने ई-वाणिज्य कंपनियों से सीसीआई जांच में सहयोग करने को कहा।

गोयल के अनुसार अगर कंपनियां भारत में ई-वाणिज्य करना चाहती हैं, उन्हें घरेलू व्यापारियों को साथ लेने की जरूरत है।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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