कारबी आंगलोंग में हथियार डाल चुके उग्रवादियों से किये गये वादे पूरे किये जायेंगे: अमित शाह

डेंगांव (असम), असम में हथियार डाल चुके उग्रवादी संगठनों से सहज संपर्क साधने का प्रयास करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को कहा कि कारबी आंगलोंग के 1040 युवाओं से जो वादे किये गये थे, उन्हें एक साल में पूरा किया जाएगा।

उग्रवादियों का मुख्यधारा में स्वागत करते हुए शाह ने कहा कि वे अन्य भारतीय नागरिकों की तरह सभी अधिकारों एवं विशेषाधिकारों का आनंद ले सकते हैं।

उन्होंने यहां एक जनसभा में कहा, ‘‘23 फरवरी को पांच संगठनों के जिन उग्रवादी युवाओं ने हथियार डाले थे.. मैं उन्हें आश्वासन देता चाहता हूं कि हमारे अधिकारियों ने आपसे जो वादे किये थे, उन्हें आपको मुख्य धारा में समाहित करने के लिए एक साल में पूरा किया जाएगा।’’

हथियार डालने के उनके निर्णय की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस क्षेत्र के विकास के लिए कार्य करेंगे और पूर्वोत्तर के विकास का प्रारूप पहले ही तैयार कर लिया गया है।

उन्होंने असम और पूर्वोत्तर के बाकी हिस्सों में किये गये शांति समझौतों का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘ विकास तभी हो सकता है जब शांति हो। असम अब विकास के मार्ग पर है।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि वृहद कारबी आंगलोंग जिला कांग्रेस के शासन में दशकों तक पूरी तरह अशांत क्षेत्र था और सर्वत्र खून-खराबा होता था।

शाह ने कहा,, ‘‘ केवल भाजपा ने ही इस क्षेत्र के विकास के लिए काम किया है.. इसलिए मैं आपसे हमें चुनने लिए कमल का बटन दबाने का अनुरोध करता हूं और हम इस क्षेत्र को सबसे विकसित बनायेंगे।’’

उन्होंने कहा कि यदि भाजपा सत्ता में लौटेगी तो वह कारबी आंगलोंग में सालभर के अंदर विधि महाविद्यालय, एक मॉडल डिग्री कॉलेज एवं एक तारामंडल बनाने के लिए विशेष पैकेज की घोषणा करेगी।

उन्होंने असम को अगले पांच सालों में बाढ़ से मुक्त बनाने और उपयुक्त सिंचाई सुविधाएं प्रदान करने का वादा किया।

कांग्रेस की सरकारों पर राज्य के महापुरूषों को उचित सम्मान नहीं देने का आरोप लगाते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि केंद्र में जब भाजपा की सरकार थी तभी महान गायक, कवि फिल्मकार भूपेन हजारिका को भारत रत्न प्रदान किया गया।

कारबी आंगलोंग और पश्चिमी कारबी आंगलोंग के पांच उग्रवादी संगठनों के दुर्दांत उग्रवादी कमांडर इंगित कठार सोंगबजीत एवं 1039 अन्य उग्रवादियों ने मंगलवार को गुवाहाटी में असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के सामने आत्मसमर्पण किया था।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया

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