कोविड से ठीक होने वालों में मधुमेह के खतरे को कम करने में व्यायाम से मिल सकती है मदद : अध्ययन

वाशिंगटन, कोविड-19 से ठीक होने वाले लोगों में मधुमेह और अवसाद के खतरे को कम करने में व्यायाम से मदद मिल सकती है। एक अध्ययन में यह बात सामने आई है।

अमेरिका में पेनिंगटन बायोमेडिकल अनुसंधान केंद्र के शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में इस बात का उल्लेख किया है कि यह स्पष्ट नहीं है कि सार्स-सीओवी-2 वायरस से संक्रमित होने वाले कितने लोग कोविड के बाद होने वाली स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से पीड़ित हैं।

दरअसल, कोविड-19 के संक्रमण से ठीक होने वाले लोगों को बाद में मधुमेह और अवसाद जैसी कई अन्य स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

पेनिंगटन बायोमेडिकल अनुसंधान केंद्र में वैज्ञानिक कैंडिडा रेबेलो के मुताबिक वायरस से संक्रमित होने वाले 15 से 80 प्रतिशत लोगों का कहना है कि संक्रमण से ठीक होने के बाद उन्हें अवसाद और अन्य स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। लोगों का कहना है कि लंबे समय तक अवसाद से पीड़ित होने के कारण रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ सकता है, जिसके परिणामस्वरूप मधुमेह हो सकता है।

कैंडिडा रेबेलो ने कहा, ‘‘इस समस्या से निपटने में व्यायाम काफी मदद कर सकता है। व्यायाम से सूजन कम हो सकती है और इससे रक्त में शर्करा का तय स्तर बनाए रखने में भी मदद मिल सकती है। नियमित रूप से व्यायाम करने से कोविड-19 के बाद मधुमेह और अवसाद का खतरा कम हो जाता है।’’

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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