भोपाल, मध्य प्रदेश सरकार ने सोमवार को राज्य विधानसभा को सूचित किया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने कार्यकाल के दौरान ‘‘खेती को लाभदायक बनाने’’ का न कोई वादा किया और न ही कोई आश्वासन दिया है।
राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान कांग्रेस विधायक बापू सिंह तंवर के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्य के कृषि मंत्री कमल पटेल ने यह स्वीकार किया।
राजगढ़ के विधायक ने पूछा था, ‘‘क्या मुख्यमंत्री ने वर्तमान सरकार के कार्यकाल में कृषि को लाभ का धंधा बनाने के संबंध में कोई घोषणा या आश्वासन दिया है?’’
तंवर ने यह भी पूछा था कि खेती को लाभदायक बनाने के बारे में मुख्यमंत्री ने कब और कहां ऐसी घोषणा की या आश्वासन दिया।
किसानों की कर्ज माफी के कांग्रेस के वादे का मुकाबला करने के लिए कृषि को लाभदायक बनाना भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का प्रदेश व केंद्र में मुख्य चुनावी मुद्दा रहा है।
उनके सवाल के बारे में पूछे जाने पर तंवर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘राज्य सरकार की प्रतिक्रिया से पता चलता है कि सत्ताधारी सरकार दोगली है।’’
तंवर ने दावा किया, “प्रधानमंत्री ने इस संबंध में एक घोषणा की थी। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री खेती को लाभदायक बनाने के बारे में हर मंच पर घोषणा करते रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार ने राज्य विधानसभा में ऐसी किसी भी घोषणा या आश्वासन से इनकार किया है।’’
कांग्रेस विधायक ने आरोप लगाया कि भाजपा केवल किसानों को धोखा दे रही है।
कई बार प्रयास करने के बावजूद राज्य के कृषि मंत्री से संपर्क नहीं हो सका।
इस बीच, प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने पीटीआई-भाषा से कहा कि वह इस मामले पर टिप्पणी नहीं कर पाएंगे, क्योंकि उन्हें राज्य विधानसभा में दिए गए सवाल और जवाब की जानकारी नहीं है।
क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
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