गाजा में सहायता की अब तक की सबसे बड़ी खेप पहुंची, इजराइल के बढ़ते हमलों के बीच मृतक संख्या 8,000 के पार

दीर अल बलाह (गाजा पट्टी), इजराइल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से सहायता की अब तक की सबसे बड़ी खेप लेकर लगभग तीन दर्जन ट्रक गाजा में दाखिल हुए, लेकिन मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह सहायता पर्याप्त नहीं है। हजारों लोग आटा और रोजमर्रा की जरूरत की अन्य वस्तुएं लेने के लिए गाजा में राहत सहायता गोदामों पर टूट पड़े।

             गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि युद्ध के बाद से गाजा में शनिवार तक आठ हजार से ज्यादा फलस्तीनी मारे गए हैं। उसने बताया कि मारे गए लोगों में 3,300 से अधिक नाबालिग और 2,000 से अधिक महिलाएं शामिल हैं।  गाजा में फलस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी यूएनआरडब्ल्यूए के निदेशक थॉमस व्हाइट ने रविवार को कहा कि जिस तरह से लोग गोदामों पर टूट पड़े, वह चिंताजनक है और संकेत देता है कि इजराइल और हमास के बीच तीन सप्ताह के युद्ध के बाद नागरिक आपूर्ति व्यवस्था ध्वस्त होनी शुरू हो गई है।

               हमास द्वारा सात अक्टूबर को इजराइल पर हमला किए जाने के बाद शुरू हुए युद्ध के तीन सप्ताह बाद, इस सप्ताहांत इजराइली टैंक और पैदल सेना ने गाजा में प्रवेश किया। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसी के साथ युद्ध के ‘दूसरे चरण’ की घोषणा कर दी।गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि युद्ध में मारे गए फलस्तीनियों की संख्या आठ हजार के पार हो गई है, जिनमें अधिकतर महिलाएं और नाबालिग शामिल हैं। मंत्रालय के मुताबिक, इजराइल-फलस्तीन के बीच दशकों से जारी तनाव के दौरान इतनी बड़ी संख्या में मौतें पहले कभी नहीं हुईं।इन हमलों में इजराइली पक्षा के 1,400 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। इनमें से अधिकतर लोग हमास द्वारा शुरुआत में किए हमलों में मारे गए थे।

              गाजा में शुक्रवार को हुई अब तक की सबसे भीषण बमबारी के कारण अधिकांश संचार सेवा ठप हो गई थी। इसकी वजह से गाजा में रहने वाले 23 लाख लोगों का दुनिया के अन्य हिस्सों से संपर्क कट गया था, लेकिन रविवार तड़के गाजा के अधिकांश हिस्सों में संचार सेवा बहाल कर दी गई।

             राफा सीमा क्षेत्र के प्रवक्ता वाएल अबो उमर ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि रविवार को पानी, भोजन और दवा ले जाने वाले 33 ट्रक ने गाजा में प्रवेश किया।            इजराइली सेना ने रविवार को कहा कि उसने पिछले 24 घंटे में 450 से अधिक आतंकी ठिकानों पर हमले किए हैं, जिनमें हमास का कमान केंद्र, निगरानी चौकियां और टैंक रोधी मिसाइल दागे जाने वाले स्थल शामिल हैं। सेना ने बताया कि उसने रात में और भी सैनिक गाजा भेजे हैं।

             सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने बताया कि दर्जनों आतंकवादी मारे गए हैं।

             हगारी के मुताबिक, जमीनी हमले तेज किए जा रहे हैं। उन्होंने गाजा निवासियों से दक्षिण की ओर जाने की अपील दोहराई और कहा कि वहां उन्हें भोजन, पानी और दवाइयों तक बेहतर पहुंच मिल पाएगी।

             गाजा में 14 लाख से अधिक लोगों को अपना घर छोड़कर जाना पड़ा है। गाजा में यूएनआरडब्ल्यूए के निदेशक थॉमस व्हाइट ने कहा, ‘‘लोगों की भीड़, तीन सप्ताह से जारी युद्ध और गाजा की कड़ी घेराबंदी के बाद नागरिक आपूर्ति व्यवस्था ध्वस्त होने लगी है। लोग डरे हुए, निराश और हताश हैं।’’ यह एजेंसी गाजा में लाखों लोगों को बुनियादी सेवाएं मुहैया कराती है। क्षेत्र में इसके सभी स्कूल भवन संघर्ष से विस्थापित हुए फलस्तीनियों से खचाखच भरे हुए हैं।

             यूएनआरडब्ल्यूए के अनुसार, इजराइल ने सीमित मात्रा में राहत सामग्री मिस्र की सीमा के रास्ते गाजा के अंदर जाने देने की अनुमति दी है। कुछ वस्तुएं एक गोदाम में रखी हुई थीं, जहां लोग घुस गए। एजेंसी की प्रवक्ता जूलियट ताउमा ने बताया कि भीड़ शनिवार को चार गोदामों पर टूट पड़ी। उन्होंने कहा कि गोदामों में ईंधन नहीं है, जिसकी कमी इजराइली घेराबंदी के बाद पैदा हुई है, क्योंकि युद्ध शुरू होने के बाद सभी आपूर्ति काट दी गई है।

             इस बीच, गाजा के सबसे बड़े शिफा अस्पताल के पास रहने वाले लोगों ने कहा कि शनिवार रात इजराइल ने अस्पताल के पास हवाई हमले किए, जिससे अस्पताल जाने वाली कई सड़कें बाधित हो गईं। वहीं, इजराइल ने अस्पताल के नीचे हमास का एक गुप्त कमान केंद्र होने का आरोप लगाया। शिफा अस्पताल में हजारों लोगों ने शरण ले रखी है और यह हमले में घायल मरीजों से भी खचाखच भरा हुआ है।

             अस्पताल में शरण लिए महमूद अल सावाह ने फोन पर बताया, ‘‘अस्पताल पहुंचना लगातार मुश्किल होता जा रहा है।’’गाजा के अन्य निवासी अब्दल्लाह सैयद ने कहा कि युद्ध शुरू होने के बाद से गत दो दिन में इजराइली बमबारी ‘अधिक हिंसक और तीव्र’ हो गई है।

             फलस्तीन में सेवारत ‘रेड क्रिसेंट रेस्क्यू सर्विस’ ने बताया कि गाजा शहर के एक अन्य अस्पताल को रविवार को इजराइली अधिकारियों से दो फोन आए और उसे खाली करने का आदेश दिया गया। एजेंसी ने कहा कि हवाई हमले अल-कुद्स अस्पताल से करीब 50 मीटर (गज) की दूरी पर हुए हैं, जहां 12,000 लोगों ने शरण ले रखी है। इजराइल ने एक सप्ताह से अधिक समय पहले अस्पताल को खाली करने का आदेश दिया था, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने यह कहते हुए इमारत को खाली करने से इनकार कर दिया कि इससे जीवन रक्षक प्रणाली पर रखे मरीजों की मौत हो सकती है। इजराइली सेना ने खाली करने के हालिया आदेश या शिफा के नजदीक बमबारी को लेकर टिप्पणी नहीं की है।

             दक्षिणी गाजा के खान यूनिस शहर में रविवार को इजराइल ने दो मंजिला एक मकान पर हमला किया, जिसमें एक ही परिवार के 10 लोगों सहित कम से कम 13 लोग मारे गए। घटनास्थल पर मौजूद एसोसिएटेड प्रेस के पत्रकार के अनुसार, शवों को पास के नासिर अस्पताल में लाया गया है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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