गोलाबारी के नये हमले को लेकर आर्मीनिया और आजरबैजान के बीच आरोप-प्रत्यारोप

येरेवान (आर्मीनिया), आर्मीनिया और आजरबैजान ने बुधवार को सुबह गोलाबारी के नये दौर को लेकर एक-दूसरे पर आरोप लगाये।

आर्मीनिया के रक्षा मंत्रालय ने आजरबैजान के सुरक्षा बलों पर रात भर जर्मुक के आर्मीनियाई रिजॉर्ट की दिशा में लड़ाकू ड्रोन दागने, सेवन झील के पास जर्मुक और वेरिन शोरझा गांव की दिशा में तोप और मोर्टार से हमले करने का आरोप लगाया।

बदले में, आजरबैजान की सेना ने आरोप लगाया कि आर्मीनिया सुरक्षा बलों ने अलगाववादी नागोर्नो-काराबाख क्षेत्रों में कलबजार और लाचिन जिलों में हमला किया।

आर्मीनिया और आजरबैजान के बीच सीमा पर मंगलवार को लड़ाई छिड़ गई, जिसमें करीब 100 सैनिक मारे गए। आर्मीनिया का कहना है कि उसके कम से कम 49 जवान मारे गए, जबकि आजरबैजान ने कहा कि उसके 50 सैनिकों की मौत हुई है।

दोनों देश नागोर्नो-काराबाख पर कब्जे के लिए पहले भी लड़ते आये हैं। यह आजरबैजान का हिस्सा है, लेकिन 1994 में एक अलगाववादी युद्ध समाप्त होने के बाद से आर्मीनिया द्वारा समर्थित जातीय अमेरिकी के सुरक्षा बलों के नियंत्रण में है।

रूस के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को दोनों पक्षों से “हमलों से बचने और संयम दिखाने” का आग्रह किया।

मास्को दोनों पूर्व सोवियत देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखने की मांग कर रहा है।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी दोनों देशों से शांति की अपील की है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Associated Press (AP)

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