झारखंड में सरकार गिराने के लिए विधायकों को दस करोड़ रुपये और मंत्री पद की पेशकश की गई : कांग्रेस

रांची, कांग्रेस की झारखंड इकाई ने रविवार को आरोप लगाया कि प्रदेश में सत्तारूढ़ झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन की सरकार को गिराने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पार्टी विधायकों को दस करोड़ रुपये एवं आगे बनने वाली भाजपा सरकार में मंत्री पद का लालच दिया था।

पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में झारखंड के कांग्रेस के तीन विधायकों के वाहन से भारी मात्रा में नकदी बरामद होने के बाद रविवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि शनिवार शाम पंचला थाना क्षेत्र के रानीहाटी में राष्ट्रीय राजमार्ग-16 पर रोके गए विधायकों के वाहन से 49 लाख रुपये नकदी बरामद हुई है।

उन्होंने बताया कि विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगारी व उनका वाहन चालक पुलिस को यह बताने में विफल रहे कि वे इतनी बड़ी मात्रा में नकदी क्यों ले जा रहे थे, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

अधिकारी के मुताबिक, सीआईडी ने हावड़ा ग्रामीण पुलिस से जांच अपने हाथ में ले ली है। उन्होंने कहा कि विधायकों समेत पांच लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।

अधिकारी के अनुसार, पांचों आरोपियों को अदालत के समक्ष पेश किया गया, जिसने उन्हें 10 दिनों की सीआईडी हिरासत में भेज दिया।

वहीं, इन आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम ने कहा कि अपने विधायकों के भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए कांग्रेस भाजपा पर दोष मढ़ रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस का बड़ा से लेकर छोटा नेता तक, सभी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक हालिया जांच का हवाला देते हुए इस्लाम ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से संबंधित अधिकारियों को संदिग्ध भ्रष्टाचार के मामले में पकड़ा गया है और अब कांग्रेस के तीन विधायकों को भारी मात्रा में नकदी के साथ गिरफ्तार किया गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस की सच्चाई एक बार फिर सामने आ गई है। झारखंड में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार है। राज्य सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है और झारखंड भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है।’’

इससे पहले दिन में, कांग्रेस विधायक दल के नेता एवं झारखंड के संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने रांची में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस के बेरमो विधायक जयमंगल सिंह ने हावड़ा में भारी नकदी के साथ गिरफ्तार तीन कांग्रेस विधायकों के खिलाफ दस करोड़ रुपये नकदी देने और आगे बनने वाली सरकार में मंत्री पद का लालच देकर राज्य सरकार को गिरवाने की कोशिश करने का षड्यंत्र रचने के मामले में अरगोड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।

जयमंगल ने दावा किया, ‘‘राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगारी ने मुझसे कोलकाता चलने को कहा और प्रत्येक विधायक के लिए 10 करोड़ रुपये देने की बात कही। इरफान अंसारी और राजेश कच्छप मुझे कोलकाता से गुवाहाटी ले जाना चाहते थे, जहां उनके मुताबिक असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के साथ एक बैठक तय की गई थी।’’

वहीं, अरगोड़ा पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा कि चूंकि, नकदी पश्चिम बंगाल में बरामद हुई है, इसलिए वह मामले को पड़ोसी राज्य में स्थानांतरित कर रहे हैं।

भाजपा की झारखंड इकाई के वरिष्ठ नेता बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपने पापों को छिपाने के लिए झूठी पुलिस शिकायत दर्ज करके उनकी पार्टी को बदनाम करने की साजिश रची है।

पूर्व मुख्यमंत्री मरांडी ने कहा, ‘‘यह शर्मनाक और हास्यास्पद है। उन्हें अपने ही विधायकों पर भरोसा नहीं है। वे अपने विधायकों के भ्रष्टाचार और गलत कामों को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं।’’

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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