डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति जनवरी में 4.73 पीसी की तुलना में फरवरी में घटकर 3.85 पीसी दर्ज किया गया

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि अखिल भारतीय थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) संख्या पर आधारित मुद्रास्फीति की वार्षिक दर फरवरी, 2023 (फरवरी, 2022 से अधिक) के लिए 3.85% (अनंतिम) है, जबकि यह 4.73% है। जनवरी, 2023 में % दर्ज किया गया। फरवरी, 2023 में मुद्रास्फीति की दर में गिरावट मुख्य रूप से कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, गैर-खाद्य वस्तुओं, खाद्य उत्पादों, खनिजों, कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक और ऑप्टिकल उत्पादों, रसायनों और की कीमतों में गिरावट का योगदान है।

इस विज्ञप्ति के अनुसार, खाद्य आधारित थोक मूल्य सूचकांक मुद्रास्फीति पिछले महीने 3.81 प्रतिशत रही, जबकि इस साल जनवरी में यह 2.38 प्रतिशत थी। इसी अवधि के दौरान, गेहूं में मुद्रास्फीति 18.54 प्रतिशत रही, जबकि अनाज में मुद्रास्फीति 13.95 प्रतिशत रही। धान, फल, दूध और अंडे, मांस और मछली की महंगाई दर क्रमश: 8.60 फीसदी, 7.02 फीसदी, 10.33 फीसदी और 1.49 फीसदी रही।

फरवरी में जहां सब्जियों की महंगाई -21.53 फीसदी पर आ गई, वहीं आलू और प्याज की महंगाई क्रमश: -14.30 फीसदी और -40.14 फीसदी पर आ गई।

फरवरी 2022 में खाद्य आधारित WPI मुद्रास्फीति 8.19 प्रतिशत थी। विज्ञप्ति में कहा गया है, “प्राथमिक वस्तु समूह से ‘खाद्य लेख’ और निर्मित उत्पाद समूह से ‘खाद्य उत्पाद’ वाला खाद्य सूचकांक जनवरी 2023 में 171.2 से बढ़कर हो गया है। फरवरी 2023 में 171.3। WPI खाद्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति की दर जनवरी 2023 में 2.95 प्रतिशत से घटकर फरवरी 2023 में 2.76 प्रतिशत हो गई।

Photo : Wikipedia

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