तोक्यो ओलंपिक से पहले कोरोना महामारी से निपटने के उपाय कड़े करेगा जापान

तोक्यो, जापान ने शुक्रवार को घोषणा की कि ओलंपिक से पहले कोरोना वायरस के तेजी से फैलाव पर काबू पाने के लिये वह कड़े कदम उठायेगा ।

जापान में टीकाकरण की मुहिम भी धीमी है और अभी तक राजधानी में अधिकांश लोगों को टीके नहीं लगे हैं जबकि संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है।

प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा द्वारा की गई इस घोषणा के बाद तोक्यो में बार और रेस्त्रां के खुलने के समय में कटौती की जायेगी । इसके साथ ही दिशा निर्देशों का पालन नहीं करने पर कड़े दंड का प्रावधान होगा । ये उपाय सोमवार से लागू होकर 11 मई तक प्रभावी होंगे ।

तोक्यो में कोरोना संक्रमण के अधिकांश मामलों का संबंध नाइट लाइफ और बाहर खाने से हैं हालांकि हाल ही में दफ्तरों, वृद्धाश्रमों और स्कूलों में भी संक्रमण फैला है ।

सुगा ने क्योटो में भी कोरोना से बचाव के कड़े उपाय करने का ऐलान किया जहां हाल ही में मामलों में बढोतरी हुई है । इन उपायों में यात्रा नहीं करने पर जोर दिया गया है। ओसाका, हयोगो और मियागी में भी ये उपाय किये जायेंगे ।

सुगा ने पत्रकारों से कहा, ‘‘हम प्रभावित क्षेत्रों में संक्रमण को रोकने के लिये सबकुछ करेंगे और इसे पूरे देश में फैलने से रोकेंगे। ’’

सुगा ने कहा कि इन उपायों में शहर के बाहर गैर जरूरी यात्रा से बचने को कहा गया है और स्वास्थ्य अधिकारी बार और रेस्त्रां की निगरानी रखेंगे ताकि सुनिश्चित किया जाये कि इन उपायों का पालन किया जा रहा है जबकि वृद्धाश्रमों में जांच को बढ़ाया जायेगा।

तोक्यो सरकार के यूरिको कोइके ने निवासियों से गैर जरूरी यात्राओं से बचने और सामाजिक दूरी के नियम का पालन करने को कहा है। उन्होंने कहा, ‘‘तोक्यो में चिकित्सा प्रणाली को बचाये रखने के लिये हमें और ज्यादा काम करना होगा जिसके लिये लोगों के ‘मूवमेंट’ को कम करना होगा। हमें संक्रमण को रोकना होगा ताकि ओलंपिक के समय तक फिर से मामले नहीं बढ़ जायें। ’’

जापान सरकार की वायरस निरोधक उपायों में ढिलाई को लेकर काफी आलोचना की जा रही है । ओसाका में चिकित्सा आपातकाल की घोषणा कर दी गई है जहां अस्पताल नये मरीजों से भर गए हैं । वहीं अगले सप्ताह होने वाली ओलंपिक टॉर्च रिले को भी सड़क से नहीं ले जाया जायेगा ।

वहीं सरकारी विशेषज्ञ पैनल के प्रमुख डाक्टर शिगेरू ओमी ने कहा कि कई लोग पाबंदियों से उकता गये हैं और अनुरोध करने पर भी सहयोग नहीं दे रहे हैं जबकि नया वैरिएंट तेजी से फैल रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि सहयोग करने के अनुरोध भी संक्रमण को रोकने में प्रभावी नहीं हो सकते। हम बहुत ही मुश्किल समय में हैं। ’’

जापान में भी तक टीके के दो डोज में से पहला एक प्रतिशत या उससे भी कम आबादी को लगा है । मामलों में बढोतरी से ओलंपिक से जुड़े आयोजन रद्द किये जा सकते हैं ।

जापान में फरवरी के मध्य में चिकित्साकर्मियों का टीकाकरण शुरू हुआ । बुजुर्गों को अगले सप्ताह टीके लगेंगे और जून आखिर तक लगाये जायेंगे । इसके बाद की आबादी को जुलाई तक इंतजार करना होगा यानी 23 जुलाई से शुरू हो रहे ओलंपिक से पहले जापान में सभी को टीके नहीं लग सकेंगे ।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikipedia

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