दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने यूएई की यात्रा के दौरान परमाणु ऊर्जा की ओर लौटने का समर्थन किया

अबू धाबी, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल ने सोमवार को कहा कि 2050 तक कार्बन तटस्थ होने के उनके देश के प्रयास परमाणु ऊर्जा की ओर लौटने पर कुछ हद तक निर्भर होंगे। उनकी यह टिप्पणी काफी अहम है क्योंकि उनके पूर्ववर्ती परमाणु शक्ति से दूर जाने के समर्थक थे।

यून ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में एक सम्मेलन के दौरान यूएई के नेता शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के समक्ष यह बयान दिया, जो परमाणु ऊर्जा के प्रति सियोल की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। दक्षिण कोरिया अरब प्रायद्वीप का पहला परमाणु ऊर्जा संयंत्र बनाने का काम पूरा करने में जुटा है।

दक्षिण कोरिया संयुक्त अरब अमीरात में लाभकारी रखरखाव अनुबंधों और भविष्य की परियोजनाओं के लिए कतार में है। संयुक्त अरब अमीरात और दक्षिण कोरिया के बीच हाल में नजदीकियां बढ़ी हैं।

यून ने ‘अबू धाबी सस्टेनेबिलिटी वीक’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘अगर हम दोनों देश स्वच्छ ऊर्जा विकसित करने के प्रयासों में शामिल होते हैं … तो इससे न केवल दोनों देशों की ऊर्जा सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि यह वैश्विक ऊर्जा बाजार की स्थिरता में भी योगदान देगा।’’

उनकी चार दिवसीय यात्रा के दौरान शेख मोहम्मद देश में करीब 30 अरब डॉलर का निवेश करने का पहले ही वादा कर चुके हैं। उनकी इस यात्रा में हुंदई, सैमसंग और अन्य कंपनियों के दिग्गज कारोबारी भी शामिल हैं।

यून ने अपनी यात्रा के दौरान संयुक्त अरब अमीरात में तैनात दक्षिण कोरियाई विशेष बलों से भी मुलाकात की। उन्होंने बलों से कहा, ‘‘संयुक्त अरब अमीरात हमारा बंधु देश है… यूएई कोई बाहर का देश नहीं है- यहां यह आपका देश है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे बंधु राष्ट्र की सुरक्षा हमारी सुरक्षा है। संयुक्त अरब अमीरात का सबसे खतरनाक दुश्मन देश ईरान है और हमारा दुश्मन उत्तर कोरिया है।’’

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Associated Press (AP)

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