दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने स्कूलों को फिर से खोलने पर प्राधानाचार्यों से चर्चा की

नयी दिल्ली, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में स्कूलों को फिर से खोलने की योजना पर चर्चा करने के लिए विद्यालयों के प्राधानाचार्यों के साथ बातचीत की और बच्चों की पढ़ाई की खाई को पाटने और उनके सामाजिक-भावनात्मक कल्याण को पूरा करने पर जोर दिया।

सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले काफी हद तक नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि विशेष पीटीएम के दौरान अधिकांश अभिभावकों ने इस बात पर सहमति जताई कि स्कूल फिर से खुलने चाहिए क्योंकि पिछले डेढ़ साल में बच्चों की शिक्षा को काफी नुकसान पहुंचा है।

संवाद के दौरान सिसोदिया ने कहा, “हमें पढ़ाई के नुकसान को पाटने के साथ-साथ बच्चों के मानसिक और सामाजिक-भावनात्मक कल्याण को भी पूरा करना होगा। हमारे बच्चे और शिक्षक कोविड के खौफनाक दौर से गुजरे हैं और हमें उन्हें उस दौर से बाहर निकालने की जरूरत है।” सिसोदिया के पास ही शिक्षा मंत्रालय का प्रभार है।

दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने आठ अगस्त को कक्षा 10वीं से 12वीं के विद्यार्थियों को प्रवेश और बोर्ड परीक्षा से संबंधित व्यावहारिक गतिविधियों के लिए सोमवार से स्कूल जाने की अनुमति दे दी थी और यह भी कहा था कि स्कूल परिसरों में स्वास्थ्य देखभाल शिविर फिर से खोले जा सकते हैं। शिक्षा निदेशालय ने सोमवार को इस बाबत मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी कर दी।

बातचीत के दौरान सिसोदिया ने विद्यालय खोलने के संबंध में स्कूल प्रमुखों से सुझाव मांगे। एक प्रधानाचार्य ने कहा कि जरूरत पड़ने पर बच्चों की काउंसलिंग के लिए स्कूल की ओर से पेशेवर काउंसलर मुहैया कराया जाएगा।

राष्ट्रीय राजधानी में स्कूलों को फिर से खोलने में अब कोई नुकसान नहीं होने की बात कहते हुए, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने पिछले सप्ताह अधिकारियों को एक विस्तृत योजना तैयार करने के लिए एक विशेषज्ञ समिति गठित करने का निर्देश दिया था।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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