नयी दिल्ली, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के कार्यालय ने रविवार को बताया कि राष्ट्रीय राजधानी के करीब 11000 और निर्माण मजदूरों ने भवन एवं अन्य निर्माण कर्मचारी कल्याण बोर्ड में पंजीकरण कराया है और उन्हें आने वाले दिनों में एक बार पांच हजार रुपये की सहायता मिलेगी।
दिल्ली उन पंजीकृत मजदूरों को आर्थिक सहायता उपलब्ध करा रही है जो कोरोना वायरस के कारण लगाए गए लॉकडाउन की वजह से रोज़ी-रोटी के संकट का सामना कर रहे हैं।
सिसोदिया के दफ्तर से जारी बयान के मुताबिक कुल 2,10,684 निर्माण मजदूरों को सहायता देने का लक्ष्य रखा गया है। इनमें से दो लाख को पहले ही आर्थिक मदद दी जा चुकी है जिस पर 100 करोड़ रुपये की रकम खर्च हुई है।
बयान में कहा गया है कि 11,000 मजदूरों को आने वाले दिनों में मदद की जाएगी।
पिछले साल लॉकडाउन में दिल्ली सरकार ने 55,000 निर्माण मजदूरों को पांच-पांच हजार रुपये की मदद की थी।
बयान के मुताबिक, दूसरे चरण में दिल्ली सरकार निर्माण श्रमिकों की आर्थिक मदद के लिए 46.1 करोड़ रुपये जारी करेगी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में लागू लॉकडाउन को एक और हफ्ते के लिए बढ़ाने का ऐलान रविवार को करते हुए कहा कि दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति गंभीर बनी हुई है और बीते कुछ दिनों में संक्रमण दर 36 प्रतिशत के उच्चतर स्तर पर पहुंच गई थी।
केजरीवाल ने कहा कि 19 अप्रैल की रात को लगाया गया लॉकडाउन तीन मई सुबह पांच बजे तक जारी रहेगा।
राष्ट्रीय राजधानी में पहले लॉकडाउन को 26 अप्रैल की सुबह पांच बजे खत्म होना था।
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