देश में कोयला उत्पादन दर में अप्रैल में भारी वृद्धि देखी गई

कोयला मंत्रालय के अनंतिम आंकड़ों के अनुसार, कुल कोयला उत्पादन अप्रैल, 2021 की तुलना में अप्रैल, 2022 में 51.62 एमटी से बढ़कर 29% बढ़कर 66.58 मिलियन टन (एमटी) हो गया। अप्रैल, 2022 के दौरान, कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल) और कैप्टिव माइंस/अन्य ने क्रमश: 53.47 एमटी, 5.32 एमटी और 7.79 एमटी कोयले का उत्पादन करके 27.64 फीसदी, 9.59 प्रतिशत और 59.98 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।

वहीं, कोयला प्रेषण अप्रैल, 2020 की तुलना में अप्रैल, 2022 के दौरान 65.62 मीट्रिक टन से 8.66 प्रतिशत बढ़कर 71.30 मीट्रिक टन हो गया। अप्रैल 2022 के दौरान, सीआईएल, एससीसीएल और कैप्टिव/अन्य ने 6.01प्रतिशत, 5.53प्रतिशत और 35.69 की वृद्धि दर्ज की।

शीर्ष 37 कोयला उत्पादक खानों में से 22 ने 100 प्रतिशत से अधिक प्रदर्शन किया है और अन्य 10 खानों का उत्पादन 80 से 100 प्रतिशत के बीच रहा है। पावर यूटिलिटीज कोल डिस्पैच अप्रैल, 2022 के दौरान 18.15 फीसदी बढ़कर 61.81 एमटी हो गया है, जबकि अप्रैल, 2020 में यह 52.32 एमटी था। कोयले की आयात कीमतों में गिरावट पिछले साल अक्टूबर के अंत से देखी गई है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय कीमतें अभी भी उच्च स्तर पर हैं।

कोयला आधारित बिजली उत्पादन में अप्रैल 2021 की तुलना में पिछले महीने 9.26 प्रतिशत की वृद्धि और मार्च 2022 की तुलना में 2.25 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। अप्रैल, 2022 में कुल बिजली उत्पादन अप्रैल, 2021 में उत्पन्न बिजली की तुलना में 11.75 प्रतिशत अधिक रहा है। और मार्च 2022 में उत्पन्न बिजली की तुलना में 2.23 प्रतिशत अधिक है। मार्च, 2022 में 100276 एमयू की तुलना में अप्रैल, 2022 के महीने में कोयला आधारित बिजली उत्पादन 102529 एमयू रहा है और इसमें 2.25 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। अप्रैल, 2022 में कुल बिजली उत्पादन भी मार्च, 2022 में 133584 एमयू से बढ़कर 136565 एमयू हो गया है।

फोटो क्रेडिट : https://www.financialexpress.com/wp-content/uploads/2021/05/coal-India-620×400.jpg

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