धमेंद्र प्रधान ने ओड़िशा में टीकों की कमी से किया इनकार, विवाद खड़ा करने का ठीकरा अधिकारी पर फोड़ा

भुवनेश्वर, ओडिशा में कोविड टीकों की कथित अपर्याप्त आपूर्ति को लेकर सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच वाकयुद्ध के बीच केंद्रीय मंत्री धमेंद्र प्रधान ने बुधवार को टीके की खुराक की किसी भी कमी का खंडन किया और स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी को टीके के संकट की तस्वीर पेश करने का आरोप लगाया।

प्रधान ने अवर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण) पी के महापात्र को निशाने पर लिया।

ओड़िशा सरकार राज्य को टीकों की अपर्याप्त आपूर्ति की शिकायत कर रही है और आरोप भी लगा रही है कि केंद्र राज्यों के बीच टीके के वितरण में ‘राजधर्म’ का पालन नहीं कर रहा है।

ओड़िशा के श्रम मंत्री सुशांत सिंह ने आरोप लगाया है, ‘‘केंद्र टीके के वितरण में भेदभाव कर रहा है। भाजपा शासित राज्यों को दूसरे राज्यों से अधिक टीके मिलते हैं।’’

ओड़िशा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री एन के दास एवं अवर मुख्य सचिव महापात्र ने राज्य के लिए और टीकों की डोज की मांग करते हुए कड़े शब्दों में केंद्र को पत्र लिखा।

परिवार कल्याण निदेशक विजय पाणिग्रही ने मंगलवार को कहा कि टीके की अनुपलब्धता के चलते 30 में से 11 जिलों में टीकाकरण अभियान रूक गया।

ओड़िशा से ताल्लुक रखने वाले केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री प्रधान ने आरोप लगाया ‘‘ स्वास्थ्य सचिव टीके की कमी का परिदृश्य खड़ा कर अपना प्रभाव दिखाने का प्रयास कर रहे हैं जबकि हकीकत है कि ऐसी स्थिति है ही नहीं।’’

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शायद ऐसा नहीं सोचा होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘ स्वास्थ्य सचिव राहुल गांधी की भांति बोल रहे हैं और मैं उन्हें बधाई देता हूं। लेकिन मैं उनसे ऐसा संकट उत्पन्न नहीं करने का अनुरोध करता हूं।’’

देश में टीके की कमी नहीं होने का दावा करते हुए प्रधान ने कहा कि 11-12 करोड़ खुराक बांटी गयी हैं और ओड़िशा को 45 लाख से अधिक खुराक दी गयी हैं।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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