नड्डा ने राहुल पर चीन, किसान, कोविड-19 से जुड़े मुद्दों पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया

नयी दिल्ली, भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने मंगलवार को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए चीन, कृषि कानूनों और कोविड-19 के मुद्दों पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया।

चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश में एक गांव बनाने संबंधी खबरों का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार पर सवाल उठाए थे।

नड्डा ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, ‘‘राहुल गांधी, उनका परिवार और कांग्रेस कब चीन पर झूठ बोलना बंद करेगी? क्या वह इस बात से इंकार कर सकते हैं कि अरुणाचल प्रदेश की जिस जमीन का वह जिक्र कर रहे हैं, वहां सहित हजारों किलोमीटर जमीन चीन को किसी और ने नहीं बल्कि पंडित नेहरू ने भेंट कर दी थी? कांग्रेस चीन के समक्ष अक्सर क्यों घुटने टेक देती है?’’

भाजपा अध्यक्ष ने राहुल गांधी पर किसानों को ‘‘उकसाने और गुमराह’’ करने का आरोप लगाते हुए पूछा कि कांग्रेस-नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को सालों तक क्यों अटका रखा था और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) भी नहीं बढ़ाया।

उन्होंने पूछा, ‘‘कांग्रेस की सरकारों के दौरान किसान दशकों तक गरीब क्यों रहा? जब वह विपक्ष में होते हैं तभी क्या उन्हें किसानों के प्रति सहानुभूति महसूस होती है।’’

नड्डा ने कहा कि अब चूंकि राहुल गांधी अपनी ‘‘मासिक छुट्टी’’ से लौट आए हैं, वह उनसे कुछ सवाल पूछना चाहते हैं।

उन्होंने पूछा, ‘‘क्या राहुल गांधी का चीन की कम्युनिस्ट पार्टी और चीन से समझौता पत्र रद्द करने का कोई इरादा है? ’’क्या वह अपने परिवार नियंत्रित न्यासों को चीन से मिले उदार दानों को वापस करने का इरादा रखते हैं? या उनकी नीतियां और परिपाटियां चीनी पैसों और समझौता पत्र से शासित होती रहेंगी?

भाजपा अध्यक्ष ने पूछा, ‘‘राहुल गांधी ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में देश को हतोत्साहित करने का कोई मौका नहीं छोड़ा। आज जब भारत में सबसे कम मामले हैं और हमारे वैज्ञानिकों ने टीके इजाद कर लिए हैं तो उन्होंने वैज्ञानिकों को अब तक बधाई क्यों नहीं दी और 130 करोड़ भारतीयों की एक बार भी प्रशंसा क्यों नहीं की।’’

नड्डा ने आरोप लगाया कि कृषि मंडियों को लेकर राहुल गांधी लगातार झूठ फैला रहे हैं कि उन्हें खत्म कर दिया जाएगा। उन्होंने पूछा कि क्या कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में इस बारे में वादा नहीं किया था।

उन्होंने पूछा क्या इससे कृषि मंडिया खत्म नहीं हो जाती?

उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी ने तमिलनाडु में जल्लीकट्टू का आनंद उठाया। क्यों सत्ता में रहते हुए उनकी पार्टी ने इस पर प्रतिबंध लगाया था और तमिल संस्कृति का अपमान किया था? क्या उन्हें भारत की संस्कृति पर गर्व नहीं है? आशा करता हूं कि वह इन सवालों का जवाब देने की हिम्मत जुटाएंगे?’’

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया

%d bloggers like this: