नये भारत का विकास इंजन बनने के लिए उत्‍तर प्रदेश सक्षम भी है और तैयार भी : द्रौपदी मुर्मू

लखनऊ, उत्तर प्रदेश सरकार के वैश्विक निवेशक सम्मेलन के सफल आयोजन की सराहना करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को कहा कि यह राज्य नये भारत का विकास इंजन बनने के लिए सक्षम भी है और तैयार भी है।

   यहां आयोजित तीन दिवसीय ‘उत्तर प्रदेश वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन-2023’ के समापन समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि कुछ देशों ने उत्तर प्रदेश की वृद्धि और विकास के लिए अपनी रुचि दिखाई है।

   राज्य की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश नये भारत का विकास इंजन बनने के लिए सक्षम भी है और तैयार भी है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश समृद्ध होगा तो भारत भी समृद्ध होगा, यह सम्मेलन उत्तर प्रदेश को उत्तम निवेश प्रदेश बनाने में सहायक सिद्ध होगा।

   राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मुझे बताया है कि 2018 में आयोजित उत्तर प्रदेश निवेशक सम्मेलन के फलस्‍वरूप राज्य में भारी मात्रा में निवेश आया, इस सफलता के लिए मैं राज्‍य सरकार को बधाई देती हूं। राज्‍य में पिछली सफलता के आधार पर एक और बड़ा निवेशक सम्‍मेलन बड़े पैमाने पर आयोजित किया जा रहा है।’’

             उन्होंने कहा कि इस सम्‍मेलन के माध्यम से उत्तर प्रदेश में लगभग 35.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश का अनुमान है, जिससे लाखों लोगों को रोजगार के अवसर मिलने की उम्मीद है।

             मुर्मू ने कहा, ‘‘2019 के प्रयागराज के कुंभ के शानदार आयोजन लिए मुख्यमंत्री और उनकी टीम की पूरे विश्व में प्रशंसा हुई, उसी प्रकार निवेशकों के इस कुंभ की सफलता के साथ-साथ विश्व में शांति मिले, यह मेरी मंगल कामना है।’’

             उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश जनसंख्या के लिहाज से शीर्ष पर है, देश में आर्थिक योगदान में भी वह प्रथम है। मैं इसके लिए राज्य के किसानों और उद्यमियों की सराहना करती हूं।’’ राष्ट्रपति ने कहा कि कृषि उत्पादों में समृद्ध होने के कारण उत्तर प्रदेश में कृषि आधारित उद्यमों के लिए काफी संभावनाएं हैं।

             राष्ट्रपति ने इस तथ्य को रेखांकित करते हुए कि राजनीतिक स्थिरता और प्रशासन की निरंतरता निवेशकों के लिए बहुत मददगार साबित होती है, कहा कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश में स्थिर और निर्णय लेने वाली सरकार है।

             उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने दूरदर्शी नीतियों की कल्पना की है और उन्हें लागू किया है, परिणामस्वरूप उत्तर प्रदेश नए भारत के विकास इंजन की भूमिका निभाने में सक्षम और तैयार है।

             राष्ट्रपति ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लगभग 95 लाख एमएसएमई हैं जो देश में सबसे अधिक एमएसएमई हैं। उन्होंने कहा कि देश के उद्योगों की रीढ़ होने के अलावा एमएसएमई कृषि क्षेत्र के बाद सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर भी प्रदान करते हैं।

             उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उत्तर प्रदेश का एमएसएमई क्षेत्र भारत के आर्थिक विकास में प्रमुख भूमिका निभाएगा।

             राष्ट्रपति ने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि भारत को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने में उत्तर प्रदेश ने राज्य को एक अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के प्रयासों से आत्मनिर्भर भारत अभियान को भी मजबूती मिलेगी।

             मुर्मू ने कहा कि उत्तर प्रदेश में रक्षा गलियारे के विकास से भारत की रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा। इससे निवेश भी आएगा और रोजगार भी सृजित होंगे।

             मूर्मू ने कहा कि विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कई प्रयास किए जा रहे हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि निवेश के बढ़ते माहौल में स्वरोजगार की संस्कृति को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में स्टार्ट-अप क्रांति के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

             उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इन प्रयासों से उत्तर प्रदेश स्वरोजगार के क्षेत्र में भी अग्रणी स्थान प्राप्त करेगा। उन्होंने कहा कि यदि उत्तर प्रदेश समृद्ध होगा तो भारत भी समृद्ध होगा।

   इससे पहले राज्‍यपाल और मुख्‍यमंत्री ने राष्ट्रपति को भगवान गणेश की प्रतिमा भेंट की।

   सम्‍मेलन को संबोधित करते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राष्ट्रपति का स्वागत और अभिनंदन किया। पटेल ने कहा कि यह वैश्विक सम्मेलन उत्तर प्रदेश को उत्‍कृष्‍ट प्रदेश बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

   योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में राष्ट्रपति का प्रदेशवासियों की ओर से स्वागत किया और राज्य की विशेषताएं बताई। योगी ने कहा कि पूरी दुनिया में पिछले नौ वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत का जो सम्मान बढ़ा, उसका लाभ इस भव्य आयोजन में मिला है।

   उन्होंने प्रधानमंत्री की नीतियों और उत्‍तर प्रदेश में उसके अनुपालन की चर्चा करते हुए कहा कि इस वैश्विक निवेश महाकुंभ में उत्‍तर प्रदेश को 33 लाख 50 हजार करोड़ रुपये निवेश करने के प्रस्ताव मिले हैं।

   उत्‍तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित किये जा रहे वैश्विक निवेशक सम्मेलन-2023 के समापन सत्र में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति अपने दो दिवसीय उत्‍तर प्रदेश के दौरे पर रविवार को यहां पहुंचीं।

            यहां चौधरी चरण सिंह विमानतल पर पहुंचने पर राष्ट्रपति का पटेल और आदित्यनाथ ने स्वागत किया। मुख्यमंत्री कार्यालय ने रविवार को एक ट्वीट में यह जानकारी दी।

            आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति उत्‍तर प्रदेश वैश्विक निवेशक सम्मेलन-2023 के समापन-सत्र में शामिल होने के बाद अपने सम्मान में उत्‍तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित नागरिक अभिनंदन कार्यक्रम में भी शामिल होंगी। सोमवार को वह यहां बाबा साहब भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के दसवें दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी। दिल्ली लौटने से पहले वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर और गंगा आरती में भी उनके शामिल होने का प्रस्ताव है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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