नार्वे हवाईअड्डे पर ड्रोन देखे जाने के मामले में खुफिया एजंसी ने जांच की कमान संभाली

कोपनहेगन, नार्वे के दूसरे सबसे बड़े शहर में बुधवार को हवाईअड्डे के निकट निवासियों द्वारा ड्रोन देखे जाने के मामले की जांच घरेलू सुरक्षा एजेंसी ने संभाल ली है। ड्रोन के मिलने के बाद हवाईअड्डे को कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया था।

नार्वे के मुख्य नौसेनिक अड्डे के निकट स्थित बर्गन हवाईअड्डा को सुबह के करीब साढ़े छह बजे बंद कर दिया गया था और लगभग ढाई घंटे बाद विमानों का संचालन दोबारा शुरू किया गया था।

बर्गन पुलिस के प्रवक्ता अर्जन जुविक ने बताया कि हवाईअड्डे के पास कईं ड्रोन देखे जाने की सूचना है।

जुविक ने कहा, ‘‘फिलहाल हमें यकीन नहीं कि वहां कितने ड्रोन थे, लेकिन कम से कम एक तो जरूर मौजूद था।’’

‘एनटीबी’ के अनुसार, बर्गन के उत्तर में एक घरेलू फोर्डे हवाईअड्डे के पास भी एक ड्रोन की सूचना मिली है, जिसे अस्थायी रूप से बंद किया गया है।

नार्वे पुलिस सुरक्षा सेवा की उप-प्रमुख हेडविग मोए के मुताबिक, हाल के महीनों में अपतटीय तेल और गैस प्लेटफार्म, नार्वे के अन्य बुनियादी ढांचों के निकट कईं ड्रोन देखे जाने की सूचना मिली है।

मोए ने कहा, ‘‘हम मानते हैं कि ड्रोन को इस तरह से उड़ाया जाता है, जिससे इसे संचालित करने वाले व्यक्ति का पता लगाना मुश्किल हो जाये।’’

लेकिन नार्वे के अधिकारियों को इस मानव रहित ड्रोन के संचालन में रूस की भागीदारी पर संदेह है। इसे ‘‘जासूसी के लिए या डर दिखाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।’’

पिछले कुछ सप्ताह में कम से कम सात रूसी नागरिकों को ड्रोन उड़ाने या नार्वे में संवेदनशील स्थलों की तस्वीरें लेने के आरोप में हिरासत में लिया गया था।

नार्वे के कानून के तहत, रूसी कंपनियों या नागरिकों द्वारा संचालित विमानों/ड्रोन को ‘‘नार्वे से संबंधित क्षेत्र में उतारना, उड़ान भरना प्रतिबंधित है।’’

नार्वे के सरकारी टेलीविजन ‘एनआरके’ ने प्रधानमंत्री जोनास गहर स्टोर के हवाले से कहा, ‘‘यह स्वीकार्य नहीं है कि विदेशी खुफिया तरीके से नार्वे के हवाईअड्डों के ऊपर ड्रोन उड़ाएं। नार्वे में रूसियों को ड्रोन उड़ाने की अनुमति नहीं है।’’ फाल्गुनी पवनेश पवनेश 1910 2051 कोपनहेगन

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

%d bloggers like this: