पराली जलाए जाने और प्रदूषण के मुद्दे पर बृहस्पतिवार को दिल्ली में उच्चस्तरीय बैठक

नयी दिल्ली, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने नौ सितंबर को एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है, जिसमें सर्दी में पराली जलाए जाने और शहर में प्रदूषण से निपटने की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

दिल्ली में हर साल सर्दी में कई कारणों से वायु प्रदूषण के स्तर में वृद्धि देखी जाती है, जिसमें पड़ोसी राज्यों में पराली जलाया जाना भी शामिल है।

एक अधिकारी ने कहा, ‘(पर्यावरण) मंत्री ने दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति, पर्यावरण विभाग और वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कल (बृहस्पतिवार को) एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है।’

बैठक में सर्दी में पराली जलाने और प्रदूषण से निपटने की दिल्ली सरकार की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।

राय के अनुसार, दिल्ली सरकार अगले सप्ताह एक ‘शीतकालीन कार्य योजना’ तैयार करना शुरू कर देगी।

राय ने मंगलवार को, सर्दी के मौसम में वायु प्रदूषण के उच्च स्तर से निपटने के लिए दिल्ली और पड़ोसी राज्यों को मिलकर संयुक्त कार्य योजना बनाने की मांग की थी।

उन्होंने उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान से मांग की कि वे वायु गुणवत्ता खराब होने से रोकने के लिए राष्ट्रीय राजधानी द्वारा पिछले साल उठाए गए कदमों को लागू करें।

मंत्री ने कहा, ‘‘पिछले साल हमने वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान शुरू किया…प्रदूषण के खिलाफ कोशिशों की निगरानी और समन्वय के लिए ‘ग्रीन वार रूम’ बनाया। हमने धूल रोधी अभियान शुरू किया जिसे अन्य राज्यों के एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में दोहराया जा सकता है।’’

राय ने कहा था कि प्रतिनिधियों का एक समूह केंद्रीय पर्यावरण मंत्री और वायु गुणवत्ता प्रबंधन पर केंद्रीय आयोग से मुलाकात करेगा और संयुक्त कार्ययोजना पर चर्चा करेगा जिसे दिल्ली और पड़ोसी राज्यों में सर्दियों के मौसम में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए लागू किया जा सकता है।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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