पीएम मोदी ने विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों में भर्ती हुए नए रंगरूटों को 71,000 नियुक्ति पत्र वितरित किए

भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राष्ट्रीय रोजगार मेले को संबोधित किया। उन्होंने विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों में नवनियुक्त भर्तियों को लगभग 71,000 नियुक्ति पत्र वितरित किए। देश भर से चुनी गई नई भर्तियां भारत सरकार के तहत विभिन्न पदों/पदों जैसे ट्रेन मैनेजर, स्टेशन मास्टर, सीनियर कमर्शियल कम टिकट क्लर्क, इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, कांस्टेबल, स्टेनोग्राफर, जूनियर अकाउंटेंट, पोस्टल असिस्टेंट, इनकम टैक्स में शामिल होंगी। इंस्पेक्टर, टैक्स असिस्टेंट, सीनियर ड्राफ्ट्समैन, जेई / सुपरवाइजर, असिस्टेंट प्रोफेसर, टीचर, लाइब्रेरियन, नर्स, प्रोबेशनरी ऑफिसर, पीए, एमटीएस, अन्य। नए भर्ती किए गए कर्मचारी कर्मयोगी प्रारंभ के माध्यम से खुद को प्रशिक्षित करने में भी सक्षम होंगे, जो विभिन्न सरकारी विभागों में सभी नए नियुक्तियों के लिए एक ऑनलाइन ओरिएंटेशन कोर्स है। प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान 45 जगहों को मेले से जोड़ा गया।

प्रधानमंत्री ने टिप्पणी की कि सरकार एक विकसित भारत के संकल्प को प्राप्त करने के लिए युवाओं की प्रतिभा और ऊर्जा के लिए सही अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि एनडीए शासित राज्यों में गुजरात से लेकर असम और उत्तर प्रदेश से लेकर महाराष्ट्र तक सरकारी भर्ती की प्रक्रिया तेज गति से हो रही है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में 22,000 से अधिक शिक्षकों को भर्ती पत्र कल ही सौंपे गए हैं। “यह रोज़गार मेला देश के युवाओं के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।”

यह देखते हुए कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, प्रधान मंत्री ने कहा कि मंदी और महामारी की वैश्विक चुनौतियों के बीच दुनिया भारत को एक उज्ज्वल स्थान के रूप में देख रही है। उन्होंने कहा, “आज का नया भारत उन नीतियों और रणनीतियों के साथ आगे बढ़ रहा है, जिन्होंने नई संभावनाओं के द्वार खोले हैं।” उन्होंने कहा कि 2014 के बाद भारत ने पहले के समय के प्रतिक्रियात्मक रुख के विपरीत सक्रिय रुख अपनाया। “इसका परिणाम यह हुआ है कि 21वीं सदी का यह तीसरा दशक रोज़गार और स्व-रोज़गार के उन अवसरों का गवाह बन रहा है, जिनकी पहले कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। युवा ऐसे क्षेत्रों की तलाश कर रहे हैं जो दस साल पहले अस्तित्व में ही नहीं थे।

Photo : Wikipedia

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