प्रतिद्वंद्वी अर्थव्यवस्थाओं में भारत में इलेक्ट्रॉनिक पुर्जों पर आयात शुल्क सबसे ज्यादा : रिपोर्ट

नयी दिल्ली, भारत में इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र में कलपुर्जों के आयात पर अन्य प्रतिस्पर्धी अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में सबसे ऊंचा शुल्क है। पांच देशों में इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र में पुर्जों के आयात पर शुल्क का अध्ययन करने के बाद उद्योग संगठन इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) ने एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी।आईसीईए ने कहा कि ज्यादा शुल्क से प्रतिस्पर्धा पर असर पड़ता है। उद्योग ने इसे कम कर वियतनाम व अन्य प्रतिस्पर्धी देशों के समान करने की मांग की है। आईसीईए ने कहा कि यह अध्ययन वित्त वर्ष 2025-26 तक 120 अरब डॉलर के निर्यात सहित 300 अरब डॉलर के इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन लक्ष्य तक पहुंचने के लिए भारत की प्रतिस्पर्धी क्षमता का मूल्यांकन करने के लिए जरूरी है।

            आंकड़ों के अनुसार, भारत में शुल्क वियतनाम (एफटीए शुल्क के लिए) की तुलना में 98 प्रतिशत तक ज्यादा है और थाइलैंड से यह 90 प्रतिशत अधिक है। भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग के शीर्ष निकाय आईसीईए ने रिपोर्ट में बताया कि प्रतिस्पर्धी अर्थव्यवस्थाओं में भारत की तुलना में शुल्क श्रेणियों दोगुना या अधिक हैं। शून्य शुल्क श्रेणी भी उन देशों में ज्यादा हैं। आईसीईए ने अपने शोध में पांच देशों- भारत, चीन, वियतनाम, थाइलैंड और मेक्सिको में 120 प्रमुख कलपुर्जों पर शुल्क दरों का आकलन किया है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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