प्रधानमंत्री ने कानून प्रवर्तन एजेसियों की ‘खेदजनक स्थिति’ का जिक्र क्यों नहीं किया:चिदंबरम

नयी दिल्ली, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने रविवार को सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलिस महानिदेशकों (डीजीपी) के सम्मेलन में देश की कानून प्रवर्तन एजेसियों की ‘खेदजनक स्थिति’ का जिक्र क्यों नहीं किया।

चिदंबरम ने स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) की तरफ इशारा करते हुए दावा किया कि बंबई उच्च न्यायालय ने बॉलीवुड अभिनेता शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान को जमानत प्रदान करते हुए अपने आदेश में कहा था कि साजिश रचने का कोई साक्ष्य नहीं है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा कि अदालत ने मेडिकल जांच नहीं कराए जाने को लेकर एनसीबी की आलोचना की थी ताकि ये पता लगाया जा सके कि आरोपी ने मादक पदार्थ का सेवन किया था या नहीं?

चिदंबरम ने आरोप लगाया कि सवाल ये है कि किसने एनसीबी को इन युवाओं के पीछे लगाया और क्यों? कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि ये मामला दिशा रवि मामले का दोहराव है।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Getty Images

%d bloggers like this: