बिहार: गैंगस्टर से नेता बने अनंत सिंह मोकामा में मतदान से पहले पैरोल पर रिहा

पटना, गैंगस्टर से नेता बने अनंत कुमार सिंह रविवार को पैरोल पर जेल से रिहा हो गए। सिंह की पत्नी विधायक हैं और हाल में विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) छोड़कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड में शामिल हुई हैं।

अधिकारियों ने बताया कि सिंह को कुछ वर्ष पहले पटना की एक अदालत ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत एक मामले में 10 साल की जेल की सजा सुनाई थी। सिंह को 15 दिन की पैरोल मिली है।

वह तड़के यहां की बेऊर जेल से बाहर आए और लगभग 100 किलोमीटर दूर मोकामा स्थित अपने पैतृक आवास एम्बुलेंस से पहुंचे। सिंह लगातार चौथी बार विधायक बने थे लेकिन दोषी ठहराए जाने के बाद उन्हें अयोग्य ठहराया गया था। समर्थकों ने सिंह का स्वागत किया और नारे लगाए।

वहीं सिंह ने जदयू के पूर्व अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ‘‘ललन’’ के ‘‘चार लाख से अधिक वोटों से जीतने की बात कही।’’  मुख्यमंत्री के प्रमुख सहयोगी ललन मुंगेर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और मोकामा उसी के तहत आता है। इस सीट पर 13 मई को मतदान होना है।

राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने सिंह की जेल से रिहाई को लेकर नीतीश कुमार सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा ‘‘ यहां एक सरकार है जो ऐसा लगता है कि खुद ही पैरोल पर है  एक व्यक्ति की रिहाई की क्या बात करें।सब जानते हैं कि बिहार में यह सरकार कैसे बनी। कुछ एहसानों का बदला भी चुकाना पड़ता है।’’

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

%d bloggers like this: