ब्रिटिश प्रधानमंत्री पद की दौड़ में दूसरे चरण में जीत के साथ सुनक की पकड़ और मजबूत

लंदन, कंजर्वेटिव पार्टी के नेता और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में बोरिस जॉनसन की जगह लेने की दौड़ में ऋषि सुनक ने अपनी मजबूत पकड़ बना ली है। बृहस्पतिवार को दूसरे चरण के मतदान में वह 101 मतों के साथ पुन: विजयी हुए हैं।

टोरी पार्टी के नेतृत्व की इस स्पर्धा में अब केवल पांच उम्मीदवार बचे हैं। भारतीय मूल की एटॉर्नी जनरल सुएला ब्रेवरमैन सबसे कम 27 मत प्राप्त होने के साथ ही इस दौड़ से बाहर हो गयी हैं।

सांसदों द्वारा दूसरे चरण के मतदान के बाद आगे बढ़ती इस स्पर्धा में सुनक के अलावा व्यापार मंत्री पेनी मोरडुएंट (83 वोट), विदेश मंत्री लिज ट्रस (64 वोट), पूर्व मंत्री केमी बाडेनोक (49 वोट) और कंजर्वेटिव पार्टी के नेता टॉम टुगेनडैट (32 वोट) बचे हैं।

1922 कमेटी के अध्यक्ष ग्राहम ब्रेडी ने जैसे ही टोरी सांसदों द्वारा 356 वोट डाले जाने के बाद ताजा परिणाम पढ़ा, उसके बाद सुनक ने कहा कि वह उनका समर्थन करने वाले सहयोगियों के प्रति आभारी हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने देश की सेवा में वो सबकुछ देने को तैयार हूं जो मेरे पास है। हम मिलकर विश्वास कायम कर सकते हैं, हमारी अर्थव्यवस्था का पुनर्निर्माण कर सकते हैं और देश को पुन: संगठित कर सकते हैं।’’

कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्यों के बीच मतदान के अगले पांच चरण पूरे होने के साथ आगामी बृहस्पतिवार तक केवल दो नेता इस दौड़ में रह जाएंगे।

अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि ब्रेवरमैन और उनके समर्थक किसके पक्ष में जाएंगे और उन्हें मिले 27 वोट पांच उम्मीदवारों में से किसे मजबूती प्रदान करेंगे।

सुनक (42) ने पहले एक साक्षात्कार में कहा था, ‘‘मुझे इस बात का भरोसा है कि कीर स्टार्मर (विपक्षी लेबर पार्टी के नेता) को हराने और चुनाव में जीत हासिल करने के लिए मैं सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति हूं।’’

ब्रिटेन के ब्रिटिश भारतीय पूर्व वित्त मंत्री और इन्फोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद सुनक अंतिम दो उम्मीदवारों में शामिल हो सकते हैं।

जॉनसन के उत्तराधिकारी का नाम पांच सितंबर तक सामने आ जाएगा।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Associated Press (AP)

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