भारत की कला और संस्कृति देश की उदार शक्ति का अभिन्न हिस्सा हैं : श्रृंगला

नयी दिल्ली, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि भारत की कला और संस्कृति देश की उदार शक्ति का अभिन्न हिस्सा हैं तथा भारतीय कला विधाओं के लिए समर्पित कलाकार केवल प्रस्तोता ही नहीं, बल्कि ब्रांड एंबैसडर हैं जो देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक दर्शकों तक लेकर जा रहे हैं।

श्रृंगला ने ‘स्पिक मैके’ द्वारा आयोजित ‘वैश्विक विरासत श्रृंखला’ कार्यक्रम में कहा कि स्पिक मैके और भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद शास्त्रीय एवं लोकप्रिय विधाओं के बीच सेतु बनाने के लिए कई क्षेत्रों में सहयोग कर सकते हैं।

उन्होंने शनिवार को कहा, ‘‘परंपरा को आधुनिकता के साथ रहना चाहिए। मैं जानता हूं कि केवल प्रणालियां कलात्मकता को प्रोत्साहित नहीं कर सकतीं।’’

श्रृंगला ने कहा कि भारतीय संस्कृति और कला भारत की उदार शक्ति का अभिन्न हिस्सा हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय कला विधाओं के लिए समर्पित कलाकार केवल प्रस्तोता नहीं हैं, बल्कि ऐसे ब्रांड एंबैसडर हैं जो हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक दर्शकों तक ले जा रहे हैं।’’

विदेश सचिव ने कहा, ‘‘मुझे याद है कि दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र के रूप में मुझे स्पिक मैके के समारोहों में हमारे सर्वश्रेष्ठ शास्त्रीय कलाकारों की प्रस्तुतियां नि:शुल्क देखने का मौका मिला। जिन विभिन्न राजनयिक मिशनों में मैंने सेवाएं दी हैं, उनमें हमारे कुछ विशिष्ट कलाकारों की मेजबानी करना मेरे लिए सम्मान और खुशी की बात रहा है।’’

उन्होंने भारत की शास्त्रीय कला विधाओं की वैश्विक स्तर पर प्रस्तुति के स्पिक मैके के प्रयासों के लिए विदेश मंत्रालय और विदेशों में भारतीय मिशनों के समर्थन को पुन: दोहराया।

श्रृंगला ने कहा, ‘‘हम कोविड-19 के चंगुल से निकलना शुरू कर रहे हैं, ऐसे में अतीत में झांकने से पता चलता है कि संकट के समय में लोगों को आत्मिक पोषण की आवश्यकता होती है।’’

उन्होंने कहा कि महामारी ने लोगों को उम्मीद देने में कला की महत्वपूर्ण भूमिका याद दिलाई है।

श्रृंगला ने कहा कि महामारी के कारण कला को ऑनलाइन माध्यमों से जोड़ना आवश्यकता बन गया है।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया

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