भारत को मिला देश का पहला ड्राइवरलेस ट्रेन

भारत में आज देश की पहली ड्राइवरलेस टेªन का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए शुरूआत की। इस तरह एयरपोर्ट लाइन एक्सपे्रस पर यात्रा को आसान बनाने के लिए पूरी तरह से परिचालन राष्ट्रीय समान्य गतिशीलता कार्ड का शुभारंभ करेंगें। देश की पहली ड्राइवरलेस ट्रेन 37 किलोमीटर की मैजेंटा लाइन पर चलेगी। यह देश की राजधानी और आसपास के शहरों जैसे गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद, बहादुरगढ़ और गाजियाबाद को कवर करेगा।

दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने गैर-राजस्व घंटों के दौरान ड्राइवरलेस मोड में प्रारंभिक प्रयास पूरा किया और यहां तक ​​कि इसकी सिग्नलिंग प्रणाली का मूल्यांकन विशेषज्ञों द्वारा अनअटेंडेड ट्रेन ऑपरेशन (यूटीओ) चरण के संभावित निष्पादन के लिए किया गया।

जाहिरा तौर पर, चालक रहित ट्रेनों में, ड्राइवरों को ‘रोमिंग अटेंडेंट’ के साथ बदल देगा, जो ड्राइवर के केबिन में तैनात नहीं होंगे, फिर भी ड्राइविंग ट्रेनों से संबंधित सभी प्रशिक्षण होंगे। ये रोमिंग अटेंडेंट ट्रेन में चलते हुए यह सुनिश्चित करने के लिए जाएंगे कि वे यात्रियों की आवश्यकता होने पर सहायता कर सकें।

नया मेट्रो रेलवे सामान्य नियम 2020 ड्राइवर रहित कार्यों पर विचार करता है, जिसमें नवीनतम सुधार किए गए हैं। मजेंटा लाइन आज से ड्राइवरलेस ट्रेन ऑपरेशन (डीटीओ) मोड में बदलने के लिए अच्छा है, और इसके सभी सिग्नलिंग सिस्टम, डिपो और ट्रैक डिज़ाइन यूटीओ मोड में ऑपरेशन के लिए परिचित हैं।

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