मेकेदातु परियोजना: ‘जब कांग्रेस सत्ता में थी तो उसने क्या किया?’ बोम्मई ने किया सवाल

बेंगलुरु, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार कावेरी नदी पर मेकेदातु परियोजना को लागू करने के लिए पूरी ईमानदारी से प्रयास कर रही है। बोम्मई ने साथ ही इसके शीघ्र कार्यान्वयन की मांग को लेकर ‘पदयात्रा’ निकालने की योजना बनाने के लिए विपक्षी कांग्रेस को आड़े हाथ लिया।

बोम्मई ने एक बयान में सवाल किया, ‘‘कांग्रेस के नेताओं ने सत्ता में रहने के दौरान परियोजना को लागू करने के बजाय क्या किया।’’

उन्होंने कहा कि पदयात्रा के नाम पर सरकार पर दबाव बनाना सही नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस को डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) तैयार करने में वर्षों लग गए। उन्होंने प्रक्रिया में तेजी लाकर परियोजना को लागू क्यों नहीं किया?’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि मेकेदातु परियोजना अब अदालत के समक्ष विचाराधीन है और सरकार मामले में कानूनी लड़ाई लड़ रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें परियोजना के लिए केंद्रीय जल आयोग की मंजूरी की जरूरत है। हम इसे प्राप्त करने की ईमानदारी से कोशिश कर रहे हैं। हमें विश्वास है कि अनुमति मिल जाएगी। जैसे ही ऐसा होगा, हम परियोजना को लागू करने के लिए एक ईमानदार प्रयास करेंगे।’’

बोम्मई का यह बयान कांग्रेस कर्नाटक इकाई द्वारा यह घोषणा किए जाने के एक दिन बाद आया है कि वह परियोजना के कार्यान्वयन की मांग करते हुए मेकेदातु से बेंगलुरु तक 100 किलोमीटर से अधिक की दूरी पर पदयात्रा का आयोजन करेगी, संभवत: दिसंबर के पहले सप्ताह के दौरान।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने यहां तक ​​आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री बोम्मई कुछ “राजनीतिक दबाव” में हैं और परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए उनमें ‘‘राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी’’ है।

इससे पहले दिन में, कर्नाटक के वरिष्ठ मंत्री के एस ईश्वरप्पा ने कावेरी नदी पर मेकेदातु परियोजना को साकार करने के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता जताते हुए विपक्षी कांग्रेस से कहा कि वह इस मुद्दे पर राजनीति न करे।

कांग्रेस ने इस परियोजना के त्वरित क्रियान्वयन की मांग को लेकर ‘पदयात्रा’ आयोजित करने का फैसला किया है।

ईश्वरप्पा ने कहा, ‘‘मेकेदातु परियोजना कर्नाटक के प्रत्येक नागरिक की दिली इच्छा है। हमने कानून के दायरे में परियोजना को लागू करने का निर्णय लिया है और हम इसे करके रहेंगे। लेकिन पता नहीं कांग्रेस मेकेदातु को अब क्यों याद कर रही है? जब उसकी सरकार सत्ता में थी तो उसने इस पर ध्यान नहीं दिया और अब जब भाजपा सत्ता में है तो वह इसके बारे में बात कर रही है।’’

मेकेदातु एक बहुउद्देश्यीय (पेयजल और बिजली) परियोजना है, जिसके तहत रामनगर जिले में कनकपुरा के पास एक जलाशय का निर्माण होना है।

पड़ोसी राज्य तमिलनाडु इस परियोजना का विरोध कर रहा है और आशंका जता रहा है कि अगर परियोजना साकार होती है तो राज्य प्रभावित होगा।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Getty Images

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