मैक्सिको में इंतजार कर रहे शरणार्थियों के लिए अमेरिका ने ट्रंप की नीति में बदलाव किया

सैन डिएगो (अमेरिका) अमेरिका में शरण चाहने वाले लोगों के लिए पूरानी नीति बहाल कर जो बाइडन प्रशासन के शनिवार को शरणार्थियों के एक जत्थे को देश में आने की इजाजत दे दी जिसके बाद मैक्सिको में लोगों के इंतजार की घड़ियां खत्म होने वाली हैं।

पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दशकों तक प्रभावी रही अमेरिकी शरणार्थी नीति पलट दी थी। बाइडन प्रशासन ने उसे अब बहाल कर दी है।

उल्लेखनीय है कि ‘रिमेन इन मैक्सिको’ के तहत सक्रिय मामलों वाले अनुमानत: 25,000 लोग अमेरिका में शरण के लिए मंजूरी की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उनमें से 25 लोगों के जत्थे को अमेरिका में दाखिल होने की अनुमति दी गयी है। ये अब सीमा के दक्षिण में रहने की जगह अमेरिका में रह कर अदालती सुनवाई का इंतजार करेंगे।

अमेरिकी अधिकारियों ने लोगों को आगाह किया है कि वे सीमा पर नहीं आएं बल्कि उस वेबसाइट पर अपना पंजीकरण कराएं जिसे अगले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग शुरू कर रहा है।

कोरोना वायरस महामारी के कारण मैक्सिको से आए लोगों को पृथक-वास में रखने के लिए सैन डिएगो के होटलों में ले जाया गया है। पृथक-वास की अवधि पूरी होने के बाद वे अमेरिका में अपने रिश्तेदारों, दोस्तों के पास या अन्य स्थानों पर जा पाएंगे।

मैक्सिको से लगी सीमा पर भी भ्रम की स्थिति बनी है। तिजुआना सीमा पर करीब 100 लोग शुक्रवार को जमा हो गए और उन्होंने अमेरिका में दाखिल होने देने का अनुरोध किया। हालांकि अधिकारियों ने उन्हें प्रवेश देने से मना कर दिया।

पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दशकों तक प्रभावी रही अमेरिकी शरणार्थी नीति पलट दी थी। बाइडन प्रशासन ने उसे अब बहाल कर दी है।

उल्लेखनीय है कि ‘रिमेन इन मैक्सिको’ के तहत सक्रिय मामलों वाले अनुमानत: 25,000 लोग अमेरिका में शरण के लिए मंजूरी की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उनमें से 25 लोगों के जत्थे को अमेरिका में दाखिल होने की अनुमति दी गयी है। ये अब सीमा के दक्षिण में रहने की जगह अमेरिका में रह कर अदालती सुनवाई का इंतजार करेंगे।

अमेरिकी अधिकारियों ने लोगों को आगाह किया है कि वे सीमा पर नहीं आएं बल्कि उस वेबसाइट पर अपना पंजीकरण कराएं जिसे अगले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग शुरू कर रहा है।

कोरोना वायरस महामारी के कारण मैक्सिको से आए लोगों को पृथक-वास में रखने के लिए सैन डिएगो के होटलों में ले जाया गया है। पृथक-वास की अवधि पूरी होने के बाद वे अमेरिका में अपने रिश्तेदारों, दोस्तों के पास या अन्य स्थानों पर जा पाएंगे।

मैक्सिको से लगी सीमा पर भी भ्रम की स्थिति बनी है। तिजुआना सीमा पर करीब 100 लोग शुक्रवार को जमा हो गए और उन्होंने अमेरिका में दाखिल होने देने का अनुरोध किया। हालांकि अधिकारियों ने उन्हें प्रवेश देने से मना कर दिया।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया

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