यूरोप का टीकाकरण कार्यक्रम अस्वीकार्य तरीके से धीमा है: डब्ल्यूएचओ

लंदन, विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोविड-19 के खिलाफ यूरोपीय देशों का टीकाकरण कार्यक्रम ‘अस्वीकार्य रूप से धीमा’ है और इससे महामारी के और लंबा समय तक रहने का खतरा है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के यूरोप के लिए क्षेत्रीय निदेशक डॉ हंस क्लूज ने कहा कि टीके इस महामारी से उबरने का सर्वश्रेष्ठ तरीका हैं लेकिन आज की तारीख तक यूरोप की केवल 10 प्रतिशत आबादी को टीके की एक खुराक लगी है और महज चार प्रतिशत ने दोनों खुराक ले ली हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘जब तक यह रफ्तार धीमी रहेगी, हमें पहले की तरह सार्वजनिक स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा उपाय अपनाने होंगे ताकि अब तक देरी की वजह से हुए नुकसान की भरपाई हो सके।’’

क्लूज ने चेतावनी दी कि यूरोपीय देशों की सरकारें अपने टीकाकरण अभियान की शुरूआत को लेकर सुरक्षा की झूठी भावना से बचें।

उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण और उससे मौत के मामलों में यूरोप दुनिया का दूसरा सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्र बना हुआ है।

डब्ल्यूएचओ ने कहा कि 80 साल से अधिक उम्र के लोगों को छोड़कर हर आयुवर्ग में कोविड-19 संक्रमण तेजी से फैल रहा है। 80 साल से अधिक उम्र के लोगों में इसका कम प्रसार संकेत देता है कि टीकाकरण के प्रयासों से महामारी के प्रकोप को कम करने में मदद मिली है।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : pixabay

%d bloggers like this: