रक्षा क्षेत्र में श्रीलंका है ‘प्रथम प्राथमिकता’ वाला साझेदार: भारत

कोलंबो, भारत ने रविवार को श्रीलंका को रक्षा क्षेत्र में ‘प्रथम प्राथमिकता’ वाला साझेदार बताते हुए कहा कि इस पड़ोसी देश की वायुसेना (एसएलएएफ) के 70 वें वर्षगांठ समारोह में उसके सैन्य विमानों की भागीदारी दोनों देशों की सेनाओं के बीच बढ़ते सहयोग, सौहार्द्र एवं मित्रता का परिचायक है।

एसएलएएफ दो मार्च को अपना 70वां स्थापना वर्ष मना रहा है और इस ऐतहासिक मौके पर देश में पहली बार बड़े पैमाने पर फ्लाई पास्ट एवं एयरोबैटिक डिस्प्ले का आयोजन किया जा रहा है।

भारतीय वायुसेना एवं भारतीय नौसेना के 23 विमान इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।

कोलंबो में भारतीय उच्चायोग ने एक बयान में कहा कि श्रीलंका रक्षा क्षेत्र में भारत के लिए प्रथम प्राथमिकता वाला साझेदार है।

उच्चायोग ने कहा कि हाल ही में त्रिपक्षीय समुद्री सुरक्षा सहयोग वार्ता में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने श्रीलंका के नेतृत्व के समक्ष रक्षा एवं सुरक्षा के क्षेत्र में भारत के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दोहराया था।

डोभाल पिछले साल नवंबर में भारत, श्रीलंका एवं मालदीव के बीच हुई उच्च स्तरीय त्रिपक्षीय समुद्री वार्ता में शामिल हुए थे। श्रीलंका ने इस बैठक की मेजबानी की थी, जो छह साल बाद हुई थी। आखिरी बैठक 2014 में नयी दिल्ली में हुई थी।

बयान में इस बात पर बल दिया गया है कि एसएलएएफ के 70 वें वर्षगांठ समारोह में भारतीय वायुसेना एवं नौसेना के विमानों एवं कर्मियों की भागीदारी दोनों देशों की सेनाओं के बीच बढ़ते सहयोग, सौहार्द्र एवं मित्रता का परिचायक है।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया

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