राजनाथ ने परमाणु हथियारों को नष्ट करने संबंधी माकपा के चुनावी वादे पर कांग्रेस से मांगा स्पष्टीकरण

कासरगोड (केरल)  भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के घोषणापत्र में देश में परमाणु हथियार नष्ट करने के बारे में किए गए वादे पर बुधवार को कांग्रेस से स्पष्टीकरण मांगा। सिंह ने आरोप लगाया कि भारत के परमाणु हथियारों को नष्ट करना देश की राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ करने जैसा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ‘‘देश को कमजोर करने के लिए गहरी साजिश रची जा रही है।’’  

केरल के कासरगोड जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि माकपा ने अपने चुनावी घोषणापत्र में परमाणु हथियारों को नष्ट करने का वादा किया है जिस पर कांग्रेस को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए क्योंकि देश में परमाणु कार्यक्रमों की शुरुआत इंदिरा गांधी ने की थी। उन्होंने कहा कि भारत ने दुनिया के 11 परमाणु शक्ति संपन्न देशों में से एक बनने के लिए कड़ी मेहनत की है और अपने परमाणु हथियारों को नष्ट करने से देश कमजोर हो जाएगा जबकि उसके पड़ोसी देश पाकिस्तान और चीन परमाणु शक्ति संपन्न हैं। दरअसल माकपा ने अपने चुनावी घोषणापत्र में कहा है कि ‘‘परमाणु हथियारों और सामूहिक विनाश के अन्य हथियारों जिनमें रासायनिक और जैविक हथियार शामिल हैं उनका पूर्ण सफाया किया जाएगा।’’   

भाजपा नेता ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि वाम दल और कांग्रेस देश को कमजोर करना चाहते हैं। अपने संबोधन में भाजपा नेता ने यह भी कहा कि भारत में जिसने भी भगवान राम का विरोध किया है उसका पतन हुआ है और यही देश में कांग्रेस और माकपा के साथ हुआ। सिंह ने आरोप लगाया कि दोनों दल भगवान राम या रामनवमी के महत्व को नहीं समझते।

कांग्रेस और माकपा विपक्षी गुट ‘इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) का हिस्सा हैं। भाजपा नेता ने एक चुनावी बैठक में कहा ‘‘ उन्होंने राम नवमी  पर्व मनाने में बाधा डाली। हम सबको मालूम है कि भारत में जिसने भी भगवान राम का विरोध किया है उसका पतन हुआ है और यही देश में कांग्रेस और माकपा के साथ हुआ है।  कांग्रेस और कम्युनिस्ट दलों की कथनी और करनी में अंतर होने का आरोप लगाने के साथ ही उन्होंने यह  दावा किया कि भाजपा देश की सबसे विश्वसनीय राजनीतिक पार्टी है। सिंह ने कहा कि आत्मविश्वास से परिपूर्ण भाजपा को इस लोकसभा चुनाव में केरल में दोहरे अंक में सीट मिलेंगी। केरल में 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव होंगे और मतगणना चार जून को होगी।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia common

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