राष्ट्रपति चुनाव : राकांपा ने कहा, पवार ने विपक्षी नेताओं से कुछ अन्य नामों पर विचार करने की अपील की

मुंबई, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने बुधवार को कहा कि 17 विपक्षी दलों के नेताओं ने भले ही पार्टी प्रमुख शरद पवार से राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष का संयुक्त उम्मीदवार बनने की अपील की है, लेकिन पवार ने एक बार फिर उनका यह प्रस्ताव ठुकरा दिया है और दिल्ली में अगले हफ्ते प्रस्तावित बैठक में उनसे कुछ अन्य नामों पर विचार करने का आग्रह किया है।

महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार का हिस्सा राकांपा ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए पवार के नाम की सिफारिश करने के वास्ते 17 विपक्षी दलों का आभार भी जताया।

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने एक बयान जारी कर कहा, “राकांपा राष्ट्रपति चुनाव के लिए एकजुट विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में सर्वसम्मति से पार्टी प्रमुख शरद पवार के नाम की सिफारिश करने के वास्ते सभी 17 विपक्षी दलों का शुक्रिया अदा करती है। लेकिन पवार साहेब ने इस बाबत उम्मीदवार बनने से इनकार कर दिया है। अन्य नामों पर चर्चा के लिए 21 जून को दिल्ली में बैठक होगी।”

कांग्रेस, समावादी पार्टी, राकांपा, द्रमुक, राष्ट्रीय जनता दल और वाम दलों सहित 17 विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने बुधवार को तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा बुधवार को दिल्ली में बुलाई गई बैठक में शिरकत की थी। लगभग दो घंटे तक चली इस बैठक में कई विपक्षी दलों के नेताओं ने शरद पवार से राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के खिलाफ विपक्ष का संयुक्त उम्मीदवार बनने की अपील की थी।

तापसे ने कहा, “सभी विपक्षी दलों को लगता है कि पवार के लंबे राजनीतिक अनुभव और भारतीय लोकतंत्र में उनके अटूट विश्वास के कारण राष्ट्रपति पद के लिए उनकी उम्मीदवारी सबसे उपयुक्त है। विपक्षी दलों को यह भी लगता है कि पवार के नाम को उन दलों का समर्थन हासिल हो सकता है, जो वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ हैं।”

राकांपा प्रवक्ता ने कहा, “हालांकि, पवार ने राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने से इनकार कर दिया है। उन्होंने विपक्ष के सभी नेताओं से 21 जून को दिल्ली में एक बार फिर मिलने और अन्य नामों पर विचार करने का अनुरोध किया है।”

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का उत्तराधिकारी चुनने के लिए 18 जुलाई को मतदान होना है। भाजपा नीत राजग राष्ट्रपति चुनाव आराम से जीतने की स्थिति में है, क्योंकि कुल मतों का लगभग 50 फीसदी हिस्सा उसके पास है।

क्रेडिट : प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया
फोटो क्रेडिट : Wikimedia commons

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