शाह ने ‘वंशवाद की राजनीति’ को लेकर द्रमुक और कांग्रेस पर निशाना साधा

विल्लुपुरम (तमिलनाडु), केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वंशवाद की राजनीति को लेकर कांग्रेस और द्रमुक पर रविवार को निशाना साधते हुए कहा कि संबंधित पार्टियों को बस अपने परिवारों की चिंता है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाला राजग ही तमिलनाडु में विकास सुनिश्चित करेगा।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपने बेटे राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने की ‘चिंता’ है जबकि द्रमुक प्रमुख एम के स्टालिन अपने बेटे उदयनिधि को तमिलनाडु का मुख्यमंत्री बनाने की फिक्र है।

राज्य में छह अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले विजय संकल्प चुनाव रैली को संबोधित करते हुए शाह ने लोगों से ‘‘राजाओं और सम्राटों के बेटों और बेटियों’’ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकास के एजेंडे के बीच चुनाव करने का आह्वान किया।

उन्होंने आरोप लगाया कि द्रमुक-कांग्रेस गठबंधन ‘‘वंशवाद की राजनीति’’ में विश्वास करता है।

उन्होंने इन पार्टियों की तुलना 2जी, 3जी और 4जी से की है। शाह ने कहा कि विपक्षी गठबंधन में ‘‘2जी – मारन (द्रमुक नेता) की दो पीढ़ियां, 3जी- दिवंगत करुणानिधि की तीन पीढ़ियां और 4जी- कांग्रेस की चार पीढ़ियां हैं।’’

उन्होंने बालाकोट हवाई हमले का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘एक तरफ राजग है जो भारत की रक्षा करता है। आज कोई भी भारत की सीमाओं में कुछ भी करने की हिम्मत नहीं कर सकता है। पाकिस्तान ने उरी, पुलवामा में कुछ करने की हिमाकत की तो नरेन्द्र मोदी ने सेना को उनके घर में घुसने और (हमले करने) का निर्देश देकर उसे सबक सिखायी।’’

शाह ने आरोप लगाया, ‘‘सोनिया जी को राहुल को प्रधानमंत्री बनाने की चिंता है। स्टालिन को उदयनिधि को मुख्यमंत्री बनाने की फिक्र है। उन्हें देश की चिंता नहीं है। वे अपने परिवार के बारे में चिंतित हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आपको आने वाले दिनों में तय करना होगा कि आप राजाओं और सम्राटों के बेटों और बेटियों को सत्ता सौंपेंगे या तमिलनाडु के विकास के लिए वोट करेंगे। उदयनिधि को मुख्यमंत्री बनाना चाहेंगे या मछुआरों का (कल्याण) सुनिश्चित करेंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना है या नरेन्द्र मोदी के विकास के एजेंडे को आगे ले जाना है। फैसला तमिलनाडु की जनता को करना है।’’

शाह ने कहा कि अन्नाद्रमुक-भाजपा गठबंधन उनकी पार्टी के अलावा दिवंगत मुख्यमंत्रियों एम जी रामचंद्रन (अन्नाद्रमुक संस्थापक) और जे जयललिता के सिद्धांतों पर काम करेगा।

उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा एमजीआर के नाम पर सेंट्रल रेलवे स्टेशन का नाम रखा गया था।

भ्रष्टाचार के मुद्दों की चर्चा करने पर स्टालिन पर निशाना साधते हुए शाह ने उनसे अपने ‘‘अंदर झांकने’’ के लिए कहा और उनसे पूछा, ‘‘2जी (स्पेक्ट्रम आवंटन) घोटाला’’ किसने किया था जिसमें पार्टी सांसद कनिमोझी और ए राजा आरोपी हैं।

उन्होंने कहा कि द्रमुक कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार का हिस्सा थी जब मुख्य पार्टी ने ‘‘12 लाख करोड़ रुपये’’ का घोटाला किया था।

तमिलनाडु में जल्लीकट्टू के समर्थन के लिए गांधी पर सवाल उठाते हुए शाह ने कहा कि 2016 के विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी के चुनाव घोषणा पत्र में इस परंपरागत खेल को रोकने का वादा किया था।

शाह ने राज्य में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी और उपमुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम के नेतृत्व वाली सरकार की प्रशंसा की।

उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री, ‘‘तमिलनाडु की बेटी’’ निर्मला सीतारमण ने एक अच्छा बजट दिया, जबकि विदेश मंत्री एस जयशंकर भी इसी राज्य से हैं।

विभिन्न क्षेत्रों में मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए शाह ने कहा कि इस सरकार ने पिछले सात वर्षों में आवास और ऊर्जा के क्षेत्र में जो काम किया है, वह कांग्रेस आजादी के 70 साल बाद भी नहीं कर पाई थी।

उन्होंने कहा कि 2022 तक कोई भी व्यक्ति बिना घर के नहीं होगा जबकि विभिन्न क्षेत्रों में 13 करोड़ महिलाओं को केंद्र की मुफ्त एलपीजी योजना का लाभ मिला है।

शाह ने कहा कि मोदी ने कभी भी तमिलनाडु के विकास के साथ समझौता नहीं किया है और चेन्नई मेट्रो के दूसरे चरण के लिए 63,000 करोड़ रुपये जैसे सभी आवंटनों को सुनिश्चित किया हैं।

शाह ने कहा, ‘‘महान तमिल संस्कृति के बिना, भारत की संस्कृति अधूरी है।’’

हिंदी में संबोधन देने वाले नेता ने ‘‘देश की सबसे पुरानी भाषाओं में से एक’’ और एक मधुर भाषा तमिल में बात नहीं कर पाने के लिए खेद व्यक्त किया।

क्रेडिट : पेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया

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